सिर्फ 26 दिन में एक किमी सुरंग बनाकर रचा नया कीर्तिमान
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देहरादून | उत्तराखंड में ऋषिकेश से लेकर कर्णप्रयाग तक रेलवे मार्ग के काम की रफ्तार अब तेज हो गई है। 16216 करोड़ रुपये के इस रेल प्रोजेक्ट में शिवपुरी से ब्यासी तक एक किलोमीटर की सुरंग को सिर्फ 26 दिन में ही बनाकर नया कीर्तिमान रच दिया गया। इस उपलब्धि के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रेल विकास निगम के साथ इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही देश की प्रतिष्ठित कंपनी एल एंड टी की तारीफ की है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में RVNL पैकेज -2 के तहत ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य L&T की टीम ने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद केवल 26 दिनों में शिवपुरी से ब्यासी के मध्य 1,012 मीटर NATM टनलिंग को पूरा करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। pic.twitter.com/RdPJ6Ar576
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) April 19, 2022
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आरवीएनएल पैकेज-2 के तहत ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य एल एंड टी की टीम ने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद केवल 26 दिनों में शिवपुरी से ब्यासी के मध्य 1,012 मीटर एनएटीएम (न्यू आस्ट्रियन टनलिंग मेथड) टनलिंग को पूरा करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस शानदार उपलब्धि के लिए टीम के सभी सदस्यों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
भारतीय रेल के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को मिली नई रफ्तार!
रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को नई गति देते हुए ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर शिवपुरी-ब्यासी के मध्य कठिन प्राकृतिक और भौगोलिक परिस्थितियों के बाबजूद सिर्फ 26 दिनों में अत्याधुनिक तकनीक से टनल बनाकर नया रिकार्ड स्थापित किया है। pic.twitter.com/p7MaKV2px7
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 20, 2022
दरअसल, उत्तराखंड में रेल प्रोजेक्ट-2 में 12 नए रेलवे स्टेशन और 17 नई सुरंगें बनाई जानी हैं। इनमें से 8 मीटर व्यास वाली 11 सुरंगों की लंबाई छह किलोमीटर से ज्यादा है। इन सुरंगों में 6 मीटर व्यास की निकासी सुरंग भी शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट में अब तक 35 किलोमीटर से ज्यादा सुरंगें बनाई जा चुकी हैं। बता दें कि 125 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट के तहत देवप्रयाग, टिहरी गढ़वाल और कर्णप्रयाग आपस में जोड़े जाएंगे। इसमें 100 किलोमीटर रेल लाइन सुरंगों के भीतर ही होगी। उधर, केंद्र की सरकार ने विकास की गति को बढ़ाते हुए यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम यानी चारधाम यात्रा को भी रेलवे लाइन से जोड़ने पर भी काम शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में यात्री रेल मार्ग से भी देवभूमि पहुंच सकेंगे।