September 8, 2024

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बीजापुर मुठभेड़ | नक्सिलयों ने की लापता कोबरा कमांडो की तस्वीर जारी

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बीजापुर में हुई मुठभेड़ के बाद से कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह लापता हैं और नक्सलियों के कब्जे में बताए जा रहे हैं।
कोबरा कमांडो

कोबरा कमांडोबीजापुर | छत्तीसगढ़ में नक्सिलयों ने कहा है कि सुकमा और बीजापुर बॉर्डर पर हुई मुठभेड़ के बाद से लापता सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन का एक जवान उनके कब्जे में है और उन्होंने जवान की रिहाई के लिए सरकार से मध्यस्थ नियुक्त करने की मांग की है।

नक्सलियों ने स्वीकार किया है कि इस मुठभेड़ में उनके चार साथी भी मारे गए हैं। छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के जोनागुड़ा गांव के करीब सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद से सीआरपीएफ की 210 कोबरा बटालियन का जवान राकेश्वर सिंह मनहास लापता है। पुलिस जवान की तलाश कर रही है।

नक्सलियों ने एक बयान जारी कर कहा कि तीन अप्रैल को सुरक्षा बल के दो हजार जवान हमला करने जीरागुडेम गांव के पास पहुंचे थे, इसे रोकने के लिए पीएलजीए ने हमला किया है। इस कार्रवाई में 24 जवान मारे गए और 31 घायल हो गए। नक्सलियों ने बयान में कहा है कि एक जवान को बंदी बनाया गया है जबकि अन्य जवान वहां से भाग गए।उन्होंने कहा है कि सरकार पहले मध्यस्थों के नाम की घोषणा करे इसके बाद बंदी जवान को सौंप दिया जाएगा, तब तक वह जनताना सरकार की सुरक्षा में रहेगा।

लापता जवान की तस्वीर जारी

रायपुर | छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के जंगल में सुरक्षा बल पर हमले के बाद लापता जवान की तस्वीर सामने आई है। नक्सलियों की ओर से यह दावा किए जाने की ख़बर पिछ्ले रोज सामने आई थी कि लापता जवान राकेश्वर सिंह उनके कब्जे में है। इसके साथ ही जवान की सुरक्षित रिहाई की मांग ने जोर पकड़ा।

अब खबर है कि नक्सलियों ने इस जवान की तस्वीर जारी की है। कहा जा रहा है कि जवान राकेश्वर सिंह नक्सलियों के पास सुरक्षित हैं। गौरतलब है कि बीजापुर के जंगल में शनिवार को हुई मुठभेड़ के बाद से कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह लापता हैं और नक्सलियों के कब्जे में बताए जा रहे हैं।

नक्सलियों ने जवान को अपने साथ सुरक्षित रखने का दावा किया है, लेकिन नक्सलियों द्वारा जवान को किसी तरह का नुकसान पहुंचाने की आशंका से घिरे परिवारजन उनकी रिहाई के लिए मार्मिक अपील कर रहे हैं।

मुठभेड़ में चार साथी मारे जाने की पुष्टि की है नक्सलियों ने

नक्सलियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प के नाम से जारी दो पन्नों के बयान में नक्सलियों ने स्वीकार किया है कि इस मुठभेड़ में उनके चार साथी ओड़ी सन्नी, पदाम लखमा, कोवासी बदरू और नूपा सुरेश मारे गए हैं। उन्होंने कहा है कि वह महिला नक्सली सन्नी के शव को नहीं ले जा सके। नक्सलियों ने बयान में कहा है कि मुठभेड़ के दौरान उन्होंने 14 हथियार, दो हजार से अधिक कारतूस और कुछ अन्य सामान जब्त किया है।

बयान के साथ उन्होंने एक फोटो भी जारी की है जिसे लूटे गए हथियारों की फोटो बताया गया है। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी बस्तर क्षेत्र में काम करती है। नक्सलियों ने इस कमेटी के अंतर्गत क्षेत्र में झीरम घाटी नक्सली हमले समेत बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया है। झीरम घाटी हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मृत्यु हो गई थी। वहीं पुलिस ने कहा कि नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों के जवानों ने कम से कम 12 नक्सलियों को मार गिराया।

पुलिस ने इस दौरान एक महिला नक्सली का शव बरामद होने की जानकारी दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ के बाद से 10 हथियार जिसमें सात एके 47 राइफल, दो एसएलआर और एक लाइट मशीन गन शामिल है, के बारे में जानकारी नहीं है।

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