बदहाली पर आंसू बहाता सांसद का गांव
भगवानपुर | लोग चाँद पर आशियाना बनाने की बात कर रहे है, हम विश्वगुरु बनने की राह पर खड़े हुए है ,और विकास के नाम का ढिंढौरा खूब ज़ोर लगाकर पीटा जा रहा है लेकिन आमजन अगर आज भी सड़क और रास्तो जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो तो इससे बदतर कोई दूसरी तस्वीर शायद आज़ादी के 70 सालों बाद नही होनी चाहिए और जो तस्वीर हम आपको दिखाने जा रहे है उसे देखकर आपको अफसोस ज़रूर होगा नेताओ और ज़िम्मेदारों को शर्म आये या न आये वो अलग बात है |
हरिद्वार ज़िले के ज्वालापुर विधानसभा के खेडीशिकोहपुर के अंतर्गत माजरे टांडा हसनगढ़ के मुख्य मार्ग पर सोलानी नदी बहती है और यहां के विधायक सूबे की डबल इंजन सरकार से आते है और सत्ताधारी पार्टी के सांसद पूर्व केबिनेट मंत्री भारत सरकार डॉ रमेश निशंक पोखरियाल द्वारा इस गांव को गोद भी लिया गया है ,लेकिन हालात ये है कि गांव के बच्चे ,बुज़ुर्ग ,महिलाएं और नौजवान यहां तक कि पशु भी हर रोज़ अपनी जान जोखिम में डालकर अपने रोजमर्रा की ज़रूरतों को पूरा इसी रास्ते से करते है | कोई बीमार हो तो 108 की मदद उसे घर बैठे मिलेगी ये दावा सिर्फ चुनावी मौसम में होती है जिसकी आदत इन्हें हो चुकी है ऐसा नही है कि इन लोगो ने अपनी पीड़ा नेताओ के आगे नही रखी है बल्कि विधायक ,मंत्री और यहां तक कि मुख्यमंत्री तक से अपनी बात रख चुके है और अब इन लोगो ने चुनाव बहिष्कार तक कि घोषणा कर दी है । इस बारे में जब सूबे की सरकार में मंत्री यतीश्वरानंद से पूछा तो मंत्री जी ने अपने विधायको को ज़िम्मेदार बताते हुए गोल मोल जवाब दिया और टाल गए