डीएम की अध्यक्षता में रूड़की में चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक आयोजित
हरिद्वार। जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में उप जिला चिकित्सालय रूड़की में राजकीय उप जिला चिकित्सालय रूड़की की चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम पूर्व में हुई बैठक में लिये गये निर्णयों के सम्बन्धमें जानकारी ली तो मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 संजय कंसल ने बताया कि उप जिला चिकित्सालय रूड़की में ओपीडी के शौचालय एवं निशक्तजनों हेतु शौचालय की मरम्मत का कार्य, पुरानी इमरजेंसी को लैब बनाने हेतु मरम्मत का कार्य पूर्ण करा लिया गया है।
जिलाधिकारी द्वारा वार्ड ब्लाक के निशक्तजनों तथा ओपीडी के शौचालयों के मरम्मत के सम्बन्धा में पूछे जाने पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि लॉकडाउन आदि की वजह से ये मरम्मत के कार्य पूर्ण नहीं हो पाये। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इनकी मरम्मत यथाशीघ्र कराई जाये। चिकित्सालय के ब्लड बैंक में ब्लड कम्पोनेंट से परेशन यूनिट की स्थापना हेतु उपकरणों के क्रय एवं स्थापित करने, चिकित्सालय के पैथालॉजी एवं ब्लड बैंक हेतु दो 3-पार्ट सेल काउंटिंग मशीन क्रय व स्थापित करने, ब्लड बैंक से लेकर पीपीसी के सामने एवं इमरजेंसी के सामने सड़क के निर्माण के बारे में जिलाधिकारी द्वारा जानकारी लेने पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि ये कार्य पूर्ण हो गये हैं।
चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्राप्त धनराशि एवं व्यय विवरण भी प्रस्तुत किया गया। इसके अतिरिक्त उप चिकित्सालय रूड़की द्वारा वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में विभिन्न विभागों में उपचारित रोगियों के सम्बन्ध में भी विस्तृत जानकारी दी गयी। बैठक में समिति के सामने लम्बित बीजकों का भुगतान का प्रकरण भी आया, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की। इस पर चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि विभिन्न कारणों से ये भुगतान नहीं हो पाये हैं, जल्दी ही लम्बित बीजकों का भुगतान हो जायेगा। चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु प्रस्तावित बजट के विभिन्न मदों-मजदूरी, लेखन सामग्री एवं छपाई, कार्यालय फर्नीचर एवं उपकरण, औषधिा तथा रसायन, मशीनी उपकरण, सज्जा एवं संयत्र, भोजन व्यय, लघु निर्माण आदि के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा के पश्चात प्रस्तावित बजट पारित किया गया। राजकीय उप जिला चिकित्सालय, रूड़की की चिकित्सा प्रबन्धन समिति के सम्मुख कई प्रस्ताव अनुमोदन हेतु रखे गये, जिसमें से ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के संचालन हेतु चार मानव संसाधन की नियुक्ति, इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि आपको किस प्रकार का मानव संसाधान चाहिये, इसे स्पष्ट करते हुये प्रस्ताव प्रस्तुत करें।
आईसीयू के सफल संचालन हेतु आवश्यक मानव संसाधनों-निश्चेतक, चिकित्साधिकारी आदि की आवश्यकता के प्रस्ताव के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने कहा कि फिलहाल स्टाफ को ही आईसीयू के संचालन का प्रशिक्षण दें तथा औचित्यपूर्ण प्रस्ताव प्रस्तत करें। चिकित्सालय को निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु 33-11 केवी उपकेन्द्र स्थापित किये जाने, अग्नि सुरक्षा उपकरणों को स्थापित किये जाने एवं साईकिल स्टैण्ड में इण्टरलॉकिंग टाइल्स हेतु भी प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिये। चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक में चिकित्सालय में रक्त कोष में रक्त को स्टोर करने हेतु एक रेफ्रीजरेटर क्रय करने, डाटा सहायक का कार्य विस्तार, चिकित्सालय की जीर्ण-शीर्ण पानी की लाइनों को बदलने सहित अन्य कई प्रस्तावों का अनुमोदन दिया गया। जिलाधिकारी ने बैठक में वैकल्पिक ऊर्जा की चर्चा करते हुये कहा कि परम्परागत बिजली के स्थान पर सौर ऊर्जा का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने इसके लिये अधिकारियों से उरेडा से सम्पर्क स्थापित करने के निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी ने उप जिला चिकित्सालय रूड़की को अपग्रेड करके सुपर स्पेसियलिटी हॉस्पिटल में परिवर्तित करने की सम्भावनाओं के सम्बन्ध में भी विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर विधायक रूड़की प्रदीप बत्र, रूड़की मेयर गौरव गोयल, एसडीएम सुश्री अपूर्वा पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके झा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल, कोषाधिकारी शैफाली गुप्ता सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।