कश्मीरी पंडितों की हत्याओं के बाद कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा दिल्ली तलब

नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही कश्मीरी पंडितों की हत्याओं के बाद उप राज्यपाल मनोज सिन्हा को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली तलब किया है। कश्मीर में दो दिन के भीतर पांच लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इनमें अधिकांश कश्मीरी पंडित हैं।
इन हत्याओं के बाद प्रधानमंत्री पैकेज के तहत कश्मीर के विभिन्न जिलों में नियुक्त कश्मीरी पंडित कर्मचारियों में दहशत है। कश्मीर के विभिन्न जिलों से कई पंडित कर्मचारियों ने जम्मू का रुख कर लिया है। गांदरबल जिले के तुलमुला जोन में तैनात चार कश्मीरी पंडित शिक्षकों की ओर से सुरक्षा खतरा बताए जाने पर उन्हें खीरभवानी मंदिर में सुरक्षित स्थान पर ठहराया गया है। बडगाम के शेखपोरा में बने ट्रांजिट आवास से भी कुछ पंडित कर्मचारियों ने जम्मू जाने की बात की पुष्टि की है। आल कश्मीरी माइग्रेंट इम्प्लाइज फोरम कश्मीर ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर स्थिति सामान्य होने तक ड्यूटी से छूट देने की मांग की है।
वहीं जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के सफाकदल इलाके में दो शिक्षकों की हत्या के मामले में जम्मू के विभिन्न संगठनों द्वारा रोष व्यक्त करने के लिए प्रदर्शन किए गए हैं। शुक्रवार सुबह से ही जम्मू में लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं और नारेबाजी कर रोष व्यक्त कर रहे हैं। लोगों द्वारा लगातार सरकार से इंसाफ की मांग की जा रही है। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम ने भी महाराजा हरि सिंह की प्रतिमा के पास तवी पुल पर प्रदर्शन किया।
राष्ट्रीय बजरंग दल ने भी रोष व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि कश्मीर में दो शिक्षकों की निर्मम हत्या की गई है लेकिन प्रदेश सरकार आंखें मूंदे बैठी है। बजरंग दल के अध्यक्ष राकेश बजरंगी ने बताया कि कश्मीर के हालात फिर से 1990 दशक की तरह हो रहे हैं। कश्मीर में अल्प संख्यक हिंदू और सिख समुदाय के लोगों के संरक्षण के लिए सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई थी। लेकिन उन्हें सुरक्षा देने में सरकार नाकामयाब रही है।