November 21, 2024

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कोविड संक्रमित मृत महिला के कुंडल व चेन गायब, जिलाधिकारी से की शिकायत

विभोर ने बताया कि माता की मौत के सात दिन बाद भी स्थानीय प्रशासन द्वारा मुझसे फोन पर माता की कुशल क्षेम पूछी जा रही है। इससे स्पष्ट होता है कि अस्पताल प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन में सामंजस्य नहीं है।

पौड़ी: राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर से संबद्ध बेस अस्पताल श्रीकोट स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर विवादों में रहा है। अब अस्पताल में कोविड महामारी की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं। अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मृत महिला के शव से कुंडल व चैन गायब होने की बात सामने आई है।

मृतक के पुत्र ने इस संबंध में जिलाधिकारी से शिकायत भी की है। इसके अलावा मृतक के पुत्र ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में गंभीर लापरवाही के आरोप भी लगाए हैं।

श्रीकोट निवासी विभोर बहुगुणा ने बेस अस्पताल श्रीकोट प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। डीएम धीराज गर्ब्याल को भेजे शिकायती पत्र में उन्होंने लिखा है कि उनकी माँ 8 सितंबर को कोरोना पॉजीटिव पाई गईं थीं जिस पर 9 सितंबर को उन्हें बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती किया गया था।

उपचार के दौरान 21 सितंबर शाम करीब 5 बजे उनका देहांत हो गया था। अंत्येष्टि के लिए लाए गए शव को संक्रमित होने के बावजूद भी ठीक से पैक नहीं किया गया था। जिस किट में शव को रखा गया था वह फटी हुई थी। जब दूसरी किट मंगाई गई तो उसकी भी चेन खराब थी।

विभोर ने बताया कि शव से एक चेन व दोनों कानों के कुंडल गायब थी। विभोर ने स्थानीय प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन में आपसी सामंजस्य न होने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि माता की मौत के सात दिन बाद भी स्थानीय प्रशासन द्वारा मुझसे फोन पर माता की कुशल क्षेम पूछी जा रही है। इससे स्पष्ट होता है कि अस्पताल प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन में सामंजस्य नहीं है। अस्पताल प्रबंधन स्थानीय प्रशासन को स्पष्ट सूचनाएं नहीं दे रहा है।

विभोर ने बताया कि कोरोना मरीजों को देखने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं आ रहे हैं। मरीजों को प्रशिक्षु चिकित्सकों के भरोसे छोड़ा जा रहा है। जबकि अन्य मेडिकल स्टाफ व सफाई कर्मी पूरी मेहनत से कार्य कर रहे हैं। जिलाधिकारी धीराज सिंह ने मामले गंभीर बताते हुए जांच कराए जाने की बात कही है।