पटरी पर लौट रहे भारत-पाक संबंध
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम और अन्य समझौतों को कड़ाई से लागू करने के समझौते के बाद दोनों देश अपने विशेष सैन्य दस्तों को एलओसी से पीछे हटाएंगे। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। दरअसल, दोनों देशों की तरफ से एलओसी के करीब विशेष सैन्य दस्ते तैनात किए गए हैं। ये दस्ते तत्काल आक्रामक जवाबी कार्रवाई के लिए तैनात किए जाते हैं। इनकी संख्या को लेकर सही जानकारी नहीं है लेकिन काफी संख्या में ऐसे दस्ते तैनात हैं। सूत्रों ने कहा कि फिलहाल इस प्रकार के दस्तों को एलओसी से पीछे हटा लिया जाएगा। यदि दोनों तरफ से संघर्ष विराम का पालन किया जाता है तो फिर ये दस्ते पीछे मौजूद रहेंगे। लेकिन घुसपैठ की रोकथाम और आतंक विरोधी आपरेशन में तैनात दस्ते पहले की भांति कार्य करते रहेंगे।
दरअसल, दोनों के बीच नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम को लेकर 2003 में समझौता हुआ था और यह तभी से लागू है। लेकिन लगातार इसका उल्लंघन पाकिस्तान की तरफ से किया जाता रहा है। जम्मू-कश्मीर में करीब 776 किलोमीटर लंबी एलओसी के करीब बड़ी संख्या में जनसंख्या भी निवास करती है। पाकिस्तान की तरफ से होने वाले संघर्ष विराम के उल्लंघन के दौरान होने वाली फायरिंग में इन लोगों को बेवजह निशाना बनाया जाता है। यदि एलओसी पर शांति रहती है तो इन लोगों को राहत मिलेगी।