भारत में 5 लाख के पार जा सकते हैं कोरोना केस
नई दिल्ली । कोरोना वायरस का कहर भारत में अपने पीक की ओर बढ़ रहा है, जिससे देश में पहली लहर से भी अधिक भय का माहौल बन गया है। करोना के बढ़ते मामलों के बीच चारों ओर ऑक्सीजन, बेड और दवाओं की कमी हो गई है।
भारत में कोरोना का दैनिक मामला दो लाख के आंकड़ों को छू चुका है और दूसरी लहर कितनी विकराल है, इसकी झलक भी देखी जा सकती है | चारों ओर मौतें इतनी हो रही हैं कि श्मशान घाटों पर जगह से लेकर लकड़ियों की कमी हो रही है।
यूआईडीएआई ने बताया आधार कार्ड को सेफ रखने का नया तरीका
लेकिन हमें इस मुश्किल वक्त में भी मजबूती से काम लेना है और कोरोना के खिलाफ डटकर मुकाबला करना है क्योंकि यह महीना अभी और बुरे दिन दिखाने वाला है। अप्रैल में ही कोरोना के रोजाना मामले पांच लाख पार जा सकते हैं और हर दिन तीन हजार से भी अधिक मौतें हो सकती हैं।
कोरोना केस जिस रफ्तार से बढ़ रहा हैं और देश के हर कोने से जो रिपोर्टें आ रही हैं, उसे देखते हुए ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अप्रैल का महीना सबसे भयावह साबित होने वाला है।
अप्रैल यानी इस महीने हर दिन 5 लाख तक कोरोना केस आ सकते हैं और करीब तीन से चार हजार मौतें भी हो सकती हैं। इतना ही नहीं, हर दिन करीब 25 हजार लोग अस्पताल में भर्ती भी हो सकते हैं।
कहर बनकर टूटी है कोरोना की दूसरी लहर
इसमें अनुमान जताया गया है कि अगला 4 सप्ताह भारत के लिए काफी मुश्किल भरा हो सकता है। वैसे तो पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर का खतरनाक कहर दिख रहा है, मगर सबसे अधिक स्थिति महाराष्ट्र की खराब है।
महाराष्ट्र में कोरोना का विकराल रूप देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से वहां 15 दिनों का मिनी लॉकडाउन लगाया गया है। यहां जानने वाली बात है कि कोरोना वायरस का प्रसार सीमा की नाकेबंदी से भी कम नहीं होने वाला।
अगर समय रहते इस पर काबू नहीं पाया गया तो अभी और भयावह मंजर देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, राहत की बात है कि जिस तरह से साउथ अफ्रीका, ब्रिटेन और अमेरिका में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में तेजी देखी गई, ठीक उसी गति से कोरोना के मामलों में गिरावट भी देखी गई है।
[epic_block_21 header_icon=”fa-angle-double-right” first_title=”उत्तराखंड की ख़बरें” header_type=”heading_3″ header_background=”#bb1616″ header_text_color=”#ffffff” number_post=”8″ include_category=”उत्तराखंड,4094,4608,1636″]