हरिद्वार नेशनल हाईवे की आड़ मे खनन माफियाओं की कट रही चांदी
रिपोर्ट: अर्चना धींगरा
हरिद्वार | हरिद्वार में नेशनल हाईवे की आड़ में सरकार को राजस्व का बड़ा चूना लगाया जा रहा है। नेशनल हाईवे के नाम पर मिट्टी से भरे डंपर को प्राइवेट संपत्ति में डाला जा रहा है और खनन माफिया द्वारा मुनाफा कमाया जा रहा है। हाईवे से जुड़ी कंपनियों में काम करने वाले डंपर ओवरलोड चल रहे हैं।
जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम द्वारा छापा मार कर रविवार देर रात में की गई इस कार्रवाई में दो ओवरलोड डंपर को सीज कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान डंपर मालिक भी मौके पर पहुंच गया। इस खनन माफिया की गाड़ी पर लगा एक विशेष पार्टी का झंडा इसको इतना हौसला दे रहा था कि वह एसडीएम जैसे बड़े अधिकारी को धमकाने जैसे लफ्जों मैं बात कर रहा था। शराब के नशे मे धुत ये माफिया पूरे विश्वास के साथ एसडीएम से बहस कर रहा था।
भले ही नेशनल हाईवे 58 को बनाना सरकार की प्राथमिकता में हो परंतु सवाल ये उठता है कि उसकी आड़ में राजस्व का बड़ा नुकसान करना कहां तक उचित है? हाईवे निर्माण के लिए सैकड़ों डंपर प्रतिदिन कहीं-कहीं चक्कर लगाकर खनन सामग्री का ढलान कर रहे हैं। इसके अलावा सभी डंपर ओवरलोडिंग में चल रहे हैं जिससे सरकार को करोड़ों रुपए महीने का चूना जा रहा है।