किसानों को भारी पेयजल संकट
हल्द्वानी| 18 अक्टूबर को प्रदेश में आई भारी आपदा से धान की फसल तो पूरी तरीके से बर्बाद हो ही गई। इसके अलावा भारी बारिश से हल्द्वानी के गौलापार इलाके में अधिकतर नहरें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, हालात यह हो गए हैं कि गौला बैराज से गौलापार के लिए जिन नहरों के जरिए पानी जाता था वह क्षतिग्रस्त हैं, जिससे गौलापार इलाके में सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है। इसके अलावा जानवरों के लिए पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। नहरों की मरम्मत की मांग को लेकर आज़ पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश दुर्गापाल के नेतृत्व में गौलापार के सैकड़ों ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय में जमकर प्रदर्शन किया और उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगले 3 दिन के अंदर गौलापार इलाके में नहरों को दुरुस्त नहीं किया गया तो जनता उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
कुमाऊँ कमिश्नर के मुताबिक सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गए हैं कि सिचाई की नहरों के काम में तेजी लाई जाए और यदि बजट की कमी सामने आ रही है तो उनको धनराशि तुरंत आवंटित कर दी जाएगी, हालांकि अभी तक सिचाई विभाग ने हल्द्वानी खंड में 24 नहरों को खोल दिया है इसके अलावा अन्य क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत का काम जारी है।