नए साल से महंगी हो जाएंगी स्वास्थ्य सेवाएं
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कोटद्वार| कोरोना काल में पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे आमजन को नए साल से सरकारी चिकित्सालयों में उपचार करवाना भारी पड़ेगा। दरअसल, शासन से जारी नियमों के अनुरूप राजकीय बेस चिकित्सालय में नए साल से स्वास्थ्य सेवाओं में दस प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होने जा रही है।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में स्थित राजकीय बेस चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पर्वतीय क्षेत्रों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों के हजारों व्यक्ति निर्भर हैं। अस्पताल में सिटी स्कैन, एमआरआइ, अल्ट्रासाउंड के साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं।
ऐसे गरीब व असहाय परिवारों की सरकारी अस्पताल से काफी उम्मीदें होती हैं। लेकिन, नए साल से बढ़ने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इन्हें भी अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। ओपीडी की पर्ची से लेकर सभी टेस्ट और ऑपरेशन के लिए मरीजों को वर्तमान की अपेक्षा अधिक रुपये खर्च करने होंगे।
आयुष्मान कार्ड धारकों को नहीं होगी परेशानी-
नए साल से स्वास्थ्य सेवाओं में होने वाली बढ़ोत्तरी का असर आयुष्मान कार्ड धारकों पर नहीं पड़ेगा। दरअसल, शासन की ओर से कार्ड धारकों के लिए अधिकांश जांचें निश्शुल्क की गई हैं। वर्तमान में बेस चिकित्सालय में प्रतिदिन करीब 40 प्रतिशत व्यक्ति आयुष्मान कार्ड का उपयोग करते हैं। चिकित्सालय प्रशासन की ओर से भी आमजन को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए लगातार जागरूक किया जाता है।
सरकारी अस्पतालों में शुल्क को लेकर वर्ष 2010 में शासनादेश जारी हुआ था। जिसमें हर साल एक जनवरी से शुल्क में 10 प्रतिशत की वृद्धि का प्रावधान है। यह शासनादेश अब तक प्रभावी है। इस कारण हर वर्ष सरकारी अस्पतालों में उपचार 10 फीसद महंगा होता जा रहा है। गत वर्ष क्षेत्रवासी इस शासनादेश का विरोध भी कर चुके हैं। चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक केए तिवारी ने बताया कि शासन की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुरूप ही शुल्क वृद्धि की जाएगी।
- सेवाएं——————वर्तमान दर——-आगामी दर
- ओपीडी पंजीकरण———-28—————-31
- भर्ती शुल्क—————-144—————158
- एक्स-रे——————–198—————-227
- अल्ट्रासाउंड—————-570—————627
- एचबी जांच—————–17—————–19
- एमआरआइ————-5125————–5637
- सिटीस्कैन—————2284————–2512