विपक्षी गठबंधन के नाम को हरीश रावत ने बताया ऐतिहासिक, कहा- सब मिलकर लड़ेंगे ‘इंडिया’ की लड़ाई
बेंगलुरु में हुई विपक्षी बैठक की चर्चा अब उत्तराखंड तक होने लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि बेंगलुरु में विपक्षी गठबंधन के नए नामकरण इंडिया (इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव एलायंस) को ठोस और ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ देशवासियों की भावना के अनुरूप यह कदम उठाया गया है। हम सब मिलकर इंडिया की लड़ाई लड़ेंगे।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि इंडिया नाम देश की विविधता, सामाजिक व सांस्कृतिक भिन्नता का प्रतिनिधित्व करता है। गठबंधन में सम्मिलित 26 राजनीतिक दलों में कई विभिन्न राज्यों में सत्तारूढ़ हैं।
हरीश रावत ने कहा कि नया नाम गठबंधन के स्वरूप को भी परिभाषित करता है। इससे देश के अंदर राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने वाली ताकतों और व्यवस्था का दुरुपयोग करने वालों को कड़ी चुनौती मिलने जा रही है। आगामी तीसरे चरण के रूप में कदम अब महाराष्ट्र की धरती से आगे बढ़ाए जाएंगे।
‘एनडीए का बिखरना तय है’:
हरीश रावत ने कहा कि विपक्ष के गठबंधन को जो कमजोर और स्वार्थ के टकराव से बनने से पहले ही बिखरने की बात कर रहे थे, वे बेचैन हैं। अब विपक्षी गठबंधन नहीं, बल्कि एनडीए का बिखरना तय है। वहां से अब दल बाहर आएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भी कांग्रेस सभी छोटे विपक्षी दलों को एकजुट कर बेंगलुरु संकल्प को आगे बढ़ाया जाएगा।
‘बाढ़ के लिए 60 प्रतिशत मानव जनित हालात जिम्मेदार’:
उन्होंने प्रदेश में बाढ़ की स्थिति को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला। हरीश रावत ने कहा कि बाढ़ के लिए 40 प्रतिशत प्राकृतिक और 60 प्रतिशत मानव जनित हालात जिम्मेदार हैं। जहां-जहां सड़कें बाधित हुईं, जलभराव हुआ। शहरी नियोजन का मखौल उड़ाया जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में जलभराव हो रहा है।
‘स्मार्ट सिटी की संकल्पना मुंह चिढ़ा रही’:
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जल निकासी व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। देहरादून स्मार्ट सिटी की संकल्पना मुंह चिढ़ा रही है। देहरादून और हरिद्वार जल कुंभ बन गए हैं। सरकार ने इन परिस्थितियों में जले पर नमक छिड़कने का काम किया है। खेतों में धान, गन्ना व अन्य फसल, घर में अनाज बाढ़ से नष्ट हो गया, लेकिन सरकार ने अभी तक प्रभावितों को अहेतुक सहायता भी नहीं बांटी। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, पार्टी की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी भी उपस्थित रहीं।