महाकुम्भ ’21 | भव्य स्वरूप में आएगी राजा मान सिंह की छतरी
हरिद्वार | पिछले 22 सालों से जिस मंदिर का भवन विश्व प्रसिद्ध हर की पैड़ी की भव्यता में बाधा बना हुआ था, वह अधूरा मंदिर अब बनकर तैयार हो रहा है। राजा मान सिंह की छतरी के नाम से प्रसिद्ध हरिद्वार के ब्रह्मकुंड के बीचों-बीच स्थित यह मंदिर अब अपने नए स्वरूप में आ रहा है।
मान सिंह की छतरी मंदिर के सौंदर्यीकरण और निर्माण का काम इन दिनों जारी है। उम्मीद जताई जा रही है कि जब श्रद्धालु कुंभ के दौरान हर की पैड़ी पर डुबकी लगाएंगे तो यह मंदिर अपने भव्य स्वरूप में आकर हर की पैड़ी की सुंदरता में चार चांद लगाएगा।
आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध हर की पैड़ी पर 22 सालों से अधूरा पड़ा यह मंदिर शुरू से ही विवादों में घिरा रहा है। जहां हरिद्वार के तीर्थ पुरोहित इसे राजा मान सिंह की छतरी के नाम से पुकारते हैं वही मंदिर के प्रबंधक और पुजारी इसे प्राचीन गंगा मंदिर मानते हैं।
1998 के कुंभ मेले से पहले अक्टूबर 1997 में इस मंदिर के मुख्य पुजारी बुधकर परिवार ने गंगा बंदी के समय मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया था। इस दौरान मंदिर के प्रबंधन और हर की पैड़ी की प्रबंध कारिणी संस्था श्री गंगा सभा के बीच निर्माण को लेकर कुछ विवाद हो गया। जिसके बाद मामला न्यायालय में चला गया था।
लगभग 22 सालों की जद्दोजहद के बाद अब दोनों पक्षों में सुलह हो गई है और मंदिर का निर्माण और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया कि इस मंदिर का कार्य अब अंतिम चरण में हैं। अब इस मंदिर में फिनिशिंग का कार्य चल रहा है जिसमें 01 से 02 माह लगेंगे। इस मंदिर के बन जाने से हरकी पौड़ी की सुंदरता में और चार चांद लग जाएंगे।
वहीं कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत का कहना है कि इस मंदिर का निर्माण इंटेक्ट के द्वारा कराया जा रहा है। जो कि इस तरह के कार्यो में काफी एक्सपर्ट मानी जाती है। हमारे द्वारा समय-समय पर मंदिर की मॉनिटरिंग भी की जा रही है और कुंभ से पहले इस मंदिर को बनाने के लिए दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। कुंभ में यह मंदिर हरकी पौड़ी की सुंदरता को और चार चांद लगाने का कार्य करेगा।