Newz Studio

सरल और संक्षिप्त

राघोमल इंटर कालेज में मनाया गया हरेला पर्व

1 min read
उत्तराखण्ड का हरेला पर्व सिर्फ एक त्यौहार न होकर यहाँ की जीवनशैली का प्रतिबिंब है। ये पर्व प्रकृति के साथ संतुलन साधने वाला पर्व है।

भगवानपुर: उत्तराखण्ड का हरेला पर्व सिर्फ एक त्यौहार न होकर यहाँ की जीवनशैली का प्रतिबिंब है। ये पर्व प्रकृति के साथ संतुलन साधने वाला पर्व है। प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन हमेशा से पहाड़ की परंपरा का एहम हिस्सा रहा है। हरियाली इंसान को खुशहाली प्रदान करती है। हरियाली देखकर इंसान का तन मन प्रफुल्लित हो उठता है। इस त्यौहार में व्यक्तिवादी मूल्यों की जगह समाजवादी मूल्यों को दी गयी है।

हरेला और उत्तराखंड की संस्कृति को जीवित रखते हुए आज भगवानपुर के राघोमल इंटर कालेज में शिक्षा मंत्री को हरेला पर्व पर आना था लेकिन लेकिन किन्ही कारणों के चलते वो नहीं आ सके। इसके चलते आज भगवानपुर कांग्रेस की विधायक ममता राकेश को मुख्य अथिति के रूप में बुलाकर उनके करकमलों द्वारा इंटर कालेज में पौधारोपण कर हरेला पर्व मनाया गया।

इस दौरान ममता राकेश ने कहा कि पेड़-पौधों का हमारे जीवन मे महत्वपूर्ण योगदान है। लगातार पेड़ों के कम होने से न सिर्फ पर्यावरण बल्कि उसके साथ-साथ मानों और पशुओं पर भी इसके विपरीत प्रभाव देखे जा रहे हैं। उन्होंने अधिक से अधिक वृक्षारोपण पर ज़ोर दिया।