September 4, 2025

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देवस्थानम बोर्ड को अविलम्ब भंग करे सरकारः दिवाकर भट्ट

उत्तराखंड में धार्मिक अनुष्ठानों व पूजा अर्चना की परम्परा आदिकाल से स्थानीय पुजारी व पंडे करते आये हैं। इसी से इन लोगो को रोजगार मिलता था।

देहरादून। उत्तराखण्ड क्रांति दल के निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट का कहना है कि कि उत्तराखंड की सरकार को देवस्थानम बोर्ड को अविलम्ब भंग कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि दल का स्पष्ट मानना है कि उत्तराखंड में धार्मिक अनुष्ठानों व पूजा अर्चना की परम्परा आदिकाल से स्थानीय पुजारी व पंडे करते आये हैं। इसी से इन लोगो को रोजगार मिलता था। लेकिन राज्य सरकार देवस्थानम बोर्ड को बनाकर स्थानीय पुजारियों के हक हकूक पर डाका डालकर बोर्ड को पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है।

राज्य की भाजपानीत सरकार हमारे धार्मिक भावनाओं पर ठेस पहुंचा रही है। दिवाकर भट्ट आज पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उक्रांद सरकार से मांग करती है कि देवस्थानम बोर्ड को अविलम्ब भंग करते हुई धामों में स्थानीय पंडों व पुजारियों के हकों के साथ कोई छेड़ाखानी न करे, अन्यथा इसका परिणाम बुरा होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में राज्य सरकार हर तरफ असफल रही है। महंगाई पर रोक लगाना, बेरोजगारी का बढ़ना आमजन के लिये बुरा असर रहा है।

कॉन्स्टेबलों की वेतन विसंगति का मामला हो या फिर राज्य की अर्थव्यवस्था खराब होने की दशा रही है। राज्य सरकार केवल जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं कर पायी। राज्य की जनता के बीच बहुत बड़ी निराशा है, जिसका माकूल जवाब आगामी विधानसभा चुनावों में जनता देगी। इस अवसर पर लताफत हुसैन, सुनील ध्यानी, जय प्रकाश उपाध्याय, बहादुर सिंह रावत, शांति भट्ट, प्रताप, विपिन रावत, राजेन्द्र बिष्ट, प्रमिला रावत, उत्तम रावत, शिवप्रसाद सेमवाल, अशोक नेगी, राजेन्द्र प्रधान आदि उपस्थित थे।

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