December 22, 2024

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एनएचएम संविदा कर्मियों की मांगों पर सरकार गम्भीर नहींः डॉ. मनवीर

अपनी नौ सूत्रीय मांगों पर निर्धारित समय सीमा पर कोई सकरात्मक पहल न होने पर अब 09 जून तक पूर्ण दिवस होम आइसोलेशन पर जाने की घोषणा की है।

कर्मचारी अब मांगों को लेकर आरपार की लड़ाई लडेंगेः वार्णिक चैधरी
कर्मचारियों ने 09 जून तक होम आईसोलेशन की सीमा बढ़ाई
प्रदेशभर के 586 कर्मचारी रहेंगे पूर्ण दिवस होम आइसोलेशन

हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन उत्तराखण्ड के पदाधिकारियों ने अपनी नौ सूत्रीय मांगों पर निर्धारित समय सीमा पर कोई सकरात्मक पहल न होने पर अब 09 जून तक पूर्ण दिवस होम आइसोलेशन पर जाने की घोषणा की है। जिसके तहत प्रदेशभर के 586 संविदा कर्मी हड़ताल पर चले जाएगे। एनएचएम संविदा कर्मचारी संगठन का एक प्रतिनिधि मण्डल अपनी मांगों को लेकर प्रदेश मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद से भी मिलकर अपनी मांगों से अवगत कराया जा चुका है। लेकिन उसके बावजूद सरकार ने कोई गम्भीरता नहीं दिखाई है।

संगठन ने सरकार को चेताया हैं कि अगर निर्धारित समय के भीतर उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक निस्तारण नहीं किया तो संगठन एक बडा कदम उठाने के लिए मजबूर होगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकारी की होगी। एनएचएम जिलाध्यक्ष डॉ- मनवीर ने बताया कि एनएचएम संविदा कर्मचारी संगठन अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्व में एमडी एनएचएम से मिला था। एमडी ने कर्मचारी संगठन को जानकारी दी थी कि उनकी कुछ मांगों को मान लिया गया है। लेकिन दावों के सम्बंध में लिखित में कुछ नहीं दिया। जिसपर कर्मचारी संगठन दो दिवसीय 1-2 जून सकेंतिक चले गये थे उसके बावजूद भी कोई गम्भीरता सरकार की ओर से नहीं दिखाई दी। जिसपर सरकार के उदासीन रवैय से नाराज होकर अपने मांगों को लेकर प्रदेश भर के कर्मचारियों का होम आइसोलन कार्यक्रम को 6 जून तक बढा दिया गया।लेकिन निर्धारित समय सीमा गुजर जाने के बाद भी सरकार फिर भी गम्भीर नहीं है। जिसको लेकर प्रदेश संगठन ने अपना कडा रूख अख्तियार करते हुए अपने होम आईसोलेशन को 09 जून तक बढा दिया है।

अगर उसके बावजूद भी सरकार ने एनएचएम कर्मचारियों की मांगों पर गम्भीरता नहीं दिखाई तो मजबूरन एनएचएम संगठन को बडा कदम उठाना पडेगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। एनएचएम जिला महामंत्री वार्णिक चैधरी ने बताया कि एनएचएम संविदा कर्मचारी संगठन अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर लम्बे समय से संघर्षरत है। उनकी मांगे सामूहिक स्वास्थ्य बीमा एवं गोल्डन कार्ड सुविधा दिये जाने, सेवा के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसके परिवार को आर्थिक मदद करते हुए रोजगार देने, वर्ष 2018 से लंबित लॉयल्टी बोनस का भुगतान करने, कर्मचारियों के वेतन विसंगति को दूर करने, विभागीय ढांचे में कर्मचारियों के लिए एक्स कैडर का गठन करने, सेवा नियमावली एवं एचआर पॉॅलिसी लागू करने, आउटसोर्स एवं ठेके पर नियुक्ति के फैसले का रद्द करने, ढांचागत पदों की नियुक्ति में एनएचएम कर्मचारियों को प्राथमिकता देने और वार्षिक वेतन वृद्धि पांच प्रतिशत से बढाकर दस प्रतिशत की जाने सम्बंधि मांगे है। जिसको लेकर एनएचएम संविदा संगठन प्रदेश के मंत्रियो व विधायकों सहित अधिकािरयों से मिलकर मांगो को पूरा करने का अनुरोध कर चुके है। सभी ने मांगों को पूरा कराने में मदद का अश्वासन जरूर दिया, लेकिन धरातल में एनएचएम कर्मचारियों की मांगों को कुछ होता नजर नहीं आ रहा है।

उन्होंने बताया कि एनएचएम संविदा कर्मचारी संगठन का एक प्रतिनिधि प्रदेश मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद से मिलकर अपनी मांगों से अवगत करा चुके है। लेकिन कोई समाधान होता नजर नहीं आ रहा है। एचएनएम संविदा कर्मचारी संगठन अपनी मांगों के लिए शांत नहीं बैठेगा। अगर 09 जून तक कोई हल नहीं निकलता तो संगठन बडा कदम उठाने के लिए मजबूर होगा। जिसकी जिम्मेदाररी सरकार पर होगी। प्रदेश मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद से मिलने वाले प्रतिनिधि मण्डल में डॉ. मनवीर, डॉ. प्रियंका, डॉ. अंशुल मणि त्रिपाठी, डॉ. सागर, डॉ. विवेक खन्ना, डॉ. दुष्यंत चैधरी, डॉ. संदीप चैधरी, वार्निक चैधरी, आनंद बार्थवाल, आशीष शर्मा, प्रदीप नौटियाल, मदन नेगी, कमल पांडे आदि मौजूद रहे।