पवित्र हर की पौड़ी पर बहती गंगा या एस्केप चैनल? तीर्थ पुरोहितों का टूटता सब्र का बाँध
हरिद्वार | हर की पौड़ी पर बह रही धारा को एस्केप चैनल घोषित करने का शासनादेश राज्य की भाजपा सरकार के लिए गले की हड्डी बनता जा रहा है। हरिद्वार में हर की पौड़ी पर पिछले 17 दिनों से धरना दे रहे तीर्थ-पुरोहितों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है।
बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहितों ने आज यहां के कुशावर्त घाट से हर की पौड़ी के घंटाघर तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान तीर्थ पुरोहित शंखनाद के साथ ही घंटे बजाते हुए नजर आए। तीर्थ पुरोहितों के अनुसार राज्य सरकार कुंभकर्ण की तरह नींद में सोई हुई है इसलिए घंटी और शंख बजाकर राज्य सरकार को कुंभकरणी नींद से जगाने का प्रयास किया जा रहा है।
आपको बता दें कि हर की पौड़ी से बह रही धारा को राज्य की पूर्व हरीश रावत सरकार ने शासनादेश जारी कर एस्केप चैनल घोषित कर दिया था। जिसका मुद्दा राज्य की भाजपा सरकार ने बीते विधानसभा चुनाव में उठाया था। लेकिन सरकार के साढ़े 3 साल बीतने के बाद भी आज तक हर की पौड़ी पर बह रही जलधारा को गंगा घोषित नहीं किया गया है। जिसके चलते तीर्थ पुरोहित पिछले 17 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।