टिकट नहीं मिलने से आहत गजराज बिष्ट बाेले, 34 साल भाजपा के लिए संघर्ष किया
हल्द्वानी | भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उत्तराखंड मंडी परिषद के पूर्व अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने कालाढूंगी सीट से निर्दलीय ताल ठोकी है।उन्होंने कहा कि 34 साल में पता नहीं कितने पदों पर रहकर पार्टी के लिए संघर्ष किया। फिर भी मेरे संग अन्याय कर दिया गया। गजराज ने कैबिनेट मंत्री व कालाढूंगी से तीसरी बार प्रत्याशी बनाए गए बंशीधर भगत के लिए कहा कि गूल व खड़ंजा तो कोई भी बना देगा। भगत बताएं कि दस साल में कालाढूंगी के लिए उन्होंने कौन सा बड़ा काम किया है।
रामपुर रोड स्थित रेस्टोरेंट में प्रेसवार्ता के दौरान गजराज ने कहा कि 2007 में हल्द्वानी से चुनाव की तैयारी की थी। पार्टी ने कहा कि बंशीधर भगत जैसे बड़े नेता नैनीताल से हार जाएंगे। इन्हें हल्द्वानी से लड़वाते हैं। फिर मैं कालाढूंगी में जुटा। 2012 में मुझसे कहा गया कि भगत का अब हल्द्वानी से जीतना मुश्किल है, इसलिए कालाढूंगी भेज रहे हैं। 2017 में भगत के आखिरी चुनाव का हवाला मिलने पर मैं शांत हो गया।