फलदार पेड़ों पर दिन-दहाड़े बेख़ौफ़ चल रही आरी, प्रशासन बेखबर
भगवानपुर: एक तरफ जहां केंद्र और राज्य सरकार फलदार वृक्षों को लगाने के लिए अनेकों योजनाओं के तहत करोड़ों रुपए खर्च करती है वहीं कुछ भू-माफिया तथा वन माफिया मिलकर इन फलदार वृक्षों पर आरी चलाकर हरे भरे बागों को उजाड़ कर मोटा पैसा कमाने में बेख़ौफ़ होकर लगे हुए हैं। बेहद योजनाबद्ध तरीक़े से हो रहा ये कटान – ज़ाहिर है कई बड़े सवाल खड़े करता है जहाँ प्रशासन, कानून, सरकार के नियम, आदि सब ताक पर धरे नज़र आते हैं।
ऐसा ही एक मामला रुड़की के भगवानपुर क्षेत्र स्थित हाई वे के समीप रायपुर सिकंदरपुर के बीच जुब्लियांट कंपनी के पास का आया है। यहाँ पिछले कई दिनों से एक हरे भरे बाग को योजनाबद्ध तरीके से काटा जा रहा है। इसकी सूचना जब हमारे संवाददाता को मिली तो मौके पर पहुंचकर उन्होंने वहां का जायजा लिया और उद्यान अधिकारी को मौके पर बुलाकर मुआयना कराया।
मौके पर पहुंचकर बाग के हालात देखकर उद्यान अधिकारी भी सकते में आ गए। उन्होंने बताया कि भूमि मालिक को पहले नोटिस दिया जाएगा यदि उसका कोई जवाब नहीं दिया जाता तो उसके बाद मुकदमा दर्ज कराया जाएगा तथा उचित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। कुछ भी हो लेकिन भू-माफिया वन माफियाओं से मिलकर हरे-भरे फलदार वृक्षों को काटकर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं और हैरत इस बात की है कि संबंधित विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगती।
हालांकि कैमरे के सामने तो नहीं लेकिन दबी ज़ुबान में लोगों का कहना है कि उद्यान विभाग का एक कर्मचारी वन माफियाओं से मिला हुआ है तथा उसकी शह पर ही इन हरे-भरे बागानों को उजाड़ा जा रहा है। सच क्या है ये तो वही लोग जानते होंगे लेकिन ये भी है कि बिना आग के धुंआ नहीं उठता। धड़ल्ले से दिन-दहाड़े बेखौफ़ होकर जिस तरह पेड़ काटे जा रहे हैं, ये हालात कुछ और ही कहानी बयाँ करते हैं।