February 5, 2025

Newz Studio

सरल और संक्षिप्त

वनमाफ़ियाओ ने काट डाले हरे भरे पेड़

वन कर्मी भी पेड़ लगाने की खोखली अपील लोगो से करते है वहीं यह वनमाफ़ियाओ से मिलकर हरे भरे पेडो पर आरी भी चलवाने का काम बखूबी करते है

रुड़की।  जँहा एक ओर सरकार पर्यावरण दिवस आदि जैसे दिनों को मनाती है जिसमे सभी नेताओं, विधायको सहित मंत्री तक नए पेड़ लगाने में अपनी अहम भूमिका निभाते है लेकिन उसके बाद कोई उन पेड़ो पर ध्यान नही दे पाता और उन सभी पेड़ो को वन विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी में दे दिया जाता है लेकिन वही जिम्मेदार वन कर्मि पेड़ मालिक के साथ साठगांठ कर रात के अंधेरे में हरे भरे पेड़ो पर आरी चलवा रहे है।

ताज़ा मामला रुड़की के बेलडा गाँव से सामने आया है जहाँ हाईवे के बिलकुल नज़दीक चार पेड़ की परमिशन की आड़ में वन माफियाओ ने शीशम व सागौन जैसे बेसकीमती के दर्जनों पेड़ काट डाले जिसकी सूचना वन दरोगा को पहले से थी लेकिन कोई कार्यवाही नही की गई जब सूचना मिलने पर *हमारी टीम मोके पर पहुँची और वन कर्मियों को मामले की सूचना दी तो वह भी मात्र खाना पूर्ति करने मोके पर पहुँचे और कटे हुए पेड़ो की नपाई करके अपनी नाकामी छुपाते नज़र आये पर बाग मालिक या वनमाफ़ियाओ के खिलाफ कोई भी कार्यवाही करने की बात से बचते नज़र आये।

आपको बता दे मौके पर पहुंचे वन कर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी तो बखूबी निभाई लेकिन कार्यवाही की कोई बात मीडिया को नही बताई आपको बता दे कि कुछ दिन पूर्व में भी धनोरी क्षेत्र में एक शीशम को वन माफियाओ द्वारा काट लिया गया था जिस पर किसी वन कर्मी ने कोई कार्यवाही नही की थी जब मामला मीडिया  में आया और इस विषय मे रेंजर मयंक गर्ग रुड़की और एसडीओ ख़ुशाल रावत से बात की गई तक हरकत में आकर 4 दिन बाद मुकदमा दर्ज किया गया अब इससे यही अंदाज़ लगाया जा सकता है कि वन कर्मियों के द्वारा ही हरे भरे पेड़ो पर आरी चलवाने का काम किया जा रहा है सूत्रों की माने तो यह भी बताया जा रहा है कि रात ओर दिन आरा मशीन भी वन कर्मियों की सह पर चलाई जा रही है जबकि आरा मशीन सूर्य अस्त हो जाने के बाद नही चल सकती पर कलियर में लगी सभी आरा मशीन रात ओर दिन के उजाले में चलती है जिन पर कोई भी वन अधिकारी कार्यवाही नही कर रहे हैं अब देखना यह होगा कि उच्च अधिकारी अपने विभाग के ऐसे वन कर्मियों पर किस प्रकार की कार्यवाही अमल में लाते है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।