January 23, 2025

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महाराष्ट्र में बाढ़ के कहर ने ली 136 की जान, रायगढ़ में 6 स्थानों पर भूस्खलन

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बारिश के कारण हुए हादसों में मृतकों के घरवालों को 5-5 लाख रुपये की अंतरिम मदद का ऐलान किया

मुंबई । महाराष्ट्र में भारी बारिश-बाढ़ और भूस्खलन ने भयावह विनाशलीला की है जिससे महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में अब तक 136 लोगों की मौत हो हुई। रायगढ़ में कुल 6 इलाकों में भूस्खलन की घटना हुई वहीँ दो लोकेशन से अब तक 44 शव बरामद किए गए हैं। 35 का इलाज हो रहा है। एक लोकेशन में रेस्क्यू अभी भी जारी है। यहां 50 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।

महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टिवार ने मौतों की पुष्टि करते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र में बारिश और मानसून संबंधी घटनाओं में शुक्रवार शाम तक 136 लोगों की मौत हो चुकी है।’ चिपलूण में कोविड सेंटर में बाढ़ का पानी घुसने से बिजली संपर्क टूट गया। इससे वहां वेंटिलेटर के 8 कोविड मरीजों की मौत की खबर है। वहां तीन और लोगों की जान गई। रत्नागिरी में 6 और लोगों की मौत की खबर है। सतारा में 26 लोगों की मौत हुई। मध्य महाराष्ट्र, कोकण और गोवा से सटे इलाकों में अगले दो दिन भारी बारिश का रेड अलर्ट है।

रायगढ़, कोंकण और सातारा में अगले दो दिन के लिए रेड अलर्ट है। कोल्हापुर, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग ऑरेंज अलर्ट पर है। कोल्हापुर की नदी पंचगंगा, रत्नागिरी की काजली और मुचकुंदी, कृष्ण नदी और कोयना डैम के साथ-साथ विशिष्टि नदी अब भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बारिश के कारण हुए हादसों में मृतकों के घरवालों को 5-5 लाख रुपये की अंतरिम मदद का ऐलान किया है। केंद्र सरकार मृतकों के परिजन को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंत्रालय के आपात नियंत्रण कक्ष में पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा की। बचाव के लिए सेना और नौसेना की टीमें तैनात हैं। महाराष्ट्र के राहत एवं पुनर्वास सचिव असीम गुप्ता को रक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। संरक्षण मंत्रियों अदिति तटकरे (रायगढ़) और अनिल परब (रत्नागिरी) से अपने क्षेत्रों में मौजूद रहकर राहत और बचाव अभियानों की निगरानी करने को कहा गया है। खतरे के निशान से बह रही नदियों के किनारे से लोगों को हटाया जा रहा है। पानी में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम लगातार जारी है। सतारा के महाबलेश्वर में 17 घंटे में 483 मिमी वर्षा दर्ज की गई। रत्नागिरी के जिलाधिकारी बी.एन. पाटील ने बताया कि यह चिपलूण में पिछले 40 वर्ष में हुई सबसे ज्यादा बारिश है।