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ट्रेंड हो रहा #PrayForUttarakhand: जी नहीं, ये फेक न्यूज़ है!

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फारेस्ट डिपार्टमेंट ने भी आनन फानन में इसका खंडन किया और बताया कि उत्तराखंड में इस बार फायर सीजन में पहले के मुकाबले कहीं बेहतर स्थिति है और सब अंडर कंट्रोल है।

ख़ास बात:

  • ये फेक न्यूज़ का बवाल है!
  • उत्तराखंड में जंगलों में आग की फेक न्यूज़ वायरल
  • ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #PrayForUttarakhand
  • वन विभाग, मुख्यमंत्री ने किया खंडन
  • डीजी अशोक कुमार ने जारी की चेतावनी

देहरादून: सबसे अलग सबसे हटकर और सबसे तेज खबरें दिखाने की इस होड़ में डिजिटल मीडिया, मेनस्ट्रीम मीडिया, सोशल मीडिया पर बिना जांच पड़ताल किये तुरंत खबरें लिखना या वीडियो एडिट कर के डाल देना – ये मानिए लेटेस्ट मीडिया ट्रेंड हो गया है। रही सही कसर व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी व सोशल मीडिया पर जमकर शेयर करने वाले लोग पूरी कर देते हैं।

ऐसा ही फिर देखने को मिला जब अचानक मंगलवार से ही सोशल मीडिया व डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म पर उत्तराखंड के जंगलों में भीषण आग वाली फ़र्ज़ी खबरें दिखने लगी। देखते ही देखते सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के लिये दुआएँ मांगे जाने लगी। मामला इतना बढ़ गया कि देश के तमाम बड़े नेताओं ने वायरल खबरों के हवाले से उत्तराखंड के लिये ट्वीट करना भी शुरू कर दिया जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री जतिन प्रसाद,आरुषि निशंक (केंद्रीय मंत्री निशंक की बेटी), इजराइली दूत डॉ रॉन मलका भी शामिल हैं।

अब आप इन बड़े-बड़े नामों के बारे में सुनकर ही अंदाज़ा लगा सकते है कि फेक न्यूज़ सोशल मीडिया पर किस तरह हमारे समाज के हर तबके को प्रभावित करती है। हालांकि बॉलीवुड स्टार रणदीप हुडा ने फेक न्यूज़ का रियलिटी चेक किया और सही खबर को ट्वीट किया।

तो इतना सब होने के बाद मजबूरन उत्तराखंड के मुख्यमंन्त्री को ट्वीट कर इस खबर का खंडन करना पड़ा। वहीं फारेस्ट डिपार्टमेंट ने भी आनन फानन में इसका खंडन किया और बताया कि उत्तराखंड में इस बार फायर सीजन में पहले के मुकाबले कहीं बेहतर स्थिति है और सब अंडर कंट्रोल है।

इसके अलावा डीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार ने भी इस फेक न्यूज़ पर चेतावनी भरा सन्देश जारी किया है।

आगे के ट्वीट्स भी देखें: