कोरोना काल में भी नहीं थम रहा जिस्मफिरोशी का धंधा
हरिद्वार। कोरोना काल में भी जिश्मफिरोशी के धंधो में कोई कमी नहीं देखी जा रही। बस अड्डे से लेकर ललतारो पुल तक रेड लाइन एरिया अभी भी बना हुआ है। जिसको लेकर तीर्थनगरी जिस्मफिरोशी के लिए बदनाम होती जा रही है। बाहरी राज्यों के डीलरों के लिए हरिद्वार रेलवे रोड़, मायापुर रोड़, शिवमूर्ति तिराहा, श्रवण नाथ नगर, हरकी पौड़ी सहित आसपास के इलाके जिस्मफिरोशी का अड्डा बनकर रह गए हैं।
पिछले कुछ दिनों में सैक्स रैकेट का भंडाफोड़ होने के बाद गंगानगरी शर्मसार हो रही है। नगर कोतवाली पुलिस की ढींगामस्ती के चलते तीर्थनगरी हरिद्वार कलंकित होती जा रही है, ऐसे में बुद्धिजीवियों ने हरिद्वार की बिगड़ती छवि पर चिंता जताई है। वहीं कोरोना कफ्रर्यू होने के बावजूद भी यहां जिस्मफरोशी के धंधो में कोई कमी नहीं आयी है। हरिद्वार में सैक्स रेकेट का धंधा करने वाली महिलाओं व युवतियों की दस्तक बढ़ने से हरि की नगरी में शर्मसार करने वाली घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है।
हरिद्वार बस अड्डे से लेकर ललतारो पुल तक जिस्मफि़रोशी का काला कारोबार करने वाले डेरा जमाए रहते हैं। यहां स्थानीय महिलाओं का घूमना भी मुश्किल हो गया है, हालांकि इसकी शिकायत शहर के बुद्धिजीवियों द्वारा कई बार एसएसपी हरिद्वार व प्रदेश के डीजीपी सहित मुख्यमंत्री से कर चुके हैं इतना ही नहीं शहर के होटलों से देह व्यापार करने वाली महिलाओं और पुरुषों को रंगे हाथों पकड़ा भी जा चुका है, लेकिन उसके बावजूद भी नगर कोतवाली पुलिस की ढींगामस्ती के चलते सैक्स रैकेट व्यापार खूब जोरों पर चल रहा है। इससे साफ जाहिर है कि पुलिस की लचर कार्यप्रणाली के चलते ही होटल संचालक जिस्मफिरोशी के धंधो को चला रहे हैं। इस बाबत हरिद्वार के एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि पुलिस की ओर से हर अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस इन महिलाओं के फोन को खंगाल रही है। इसके आधार पर पुलिस और लोगों तक भी पहुंचेगी।