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अल्मोड़ा: नाराज़ डाक्टर ने मरीज़ को जबरन दिया डिस्चार्ज

डॉक्टर की शिकायत दर्ज होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूछताछ किए जाने से नाराज़ डाक्टर ने मरीज़ को ठीक होने से पहले ही डिस्चार्ज कर दिया।

ख़ास बात:

  • डॉक्टर ने लिया गरीब मरीज़ से बदला
  • आयुष्मान कार्ड धारक के साथ हुई नाइंसाफी
  • डॉक्टर की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर हुई
  • नाराज़ डाक्टर ने मरीज़ को जबरन दिया डिस्चार्ज

अल्मोड़ा: खबर अल्मोड़ा की है जहां एक डॉक्टर ने एसा काम किया है जिससे डॉक्टरी के पेशे पर सवाल खड़े होते हैं। अल्मोड़ा ज़िला अस्पताल के डॉक्टर टाकुली पर एक मरीज़ को बिना स्वस्थ्य हुए डिस्चार्ज़ करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि आयुष्मान धारक रमेश  सिंह को 9 तारीख को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टर टाकुली ने मरीज़ को बाहर की दवाईयां लिखी थी जिन्हें मरीज़ खरीदने में असमर्थ था।

घटना के बाद मरीज की सहायता करने वाले  सामाजिक कार्यकर्ता राजेद्र सिंह बिष्ट ने इस बात की शिकायत मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर कर दी कि डॉक्टर टाकुली आयुष्मान कार्ड धारक को बाज़ार की दवाईयां लिख रहे हैं। शिकायत दर्ज होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर पूछताछ किए जाने से नाराज़ डाक्टर टाकुली ने मरीज़ को ठीक होने से पहले ही डिस्चार्ज कर दिया। गंभीर रूप से बीमार मरीज़ को डिस्चार्ज करने की खबर मिलने के बाद अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर आरसी पंत ने डॉक्टर टाकुली से जानकरी ली है। साथ ही लिखित रूप से चेतावनी दी है कि भविष्य में एसा दोबारा न हो और अस्पताल के बाकी डॉक्टरों को भी बाहर की दवाईयां न लिखने का आदेश जारी किए हैं।

इसके अलावा उन्होंने मरीज़ के साथ हुई नाइंसाफी पर माफी मांगतें हुए मरीज़ के परिजनों को इलाज कराने और बाज़ार से खरीदी हुई दवाईयों का भुगतान कराने की बात की है। मरीज़ के परिजनों से कहा गया है कि वे चाहें तो दोबारा से अस्पताल में मुफ्त इलाज पा सकतें हैं।