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प्रवासियों के साथ हीनता का व्यवहार न करें: ज़िलाधिकारी

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ज़िलाधिकारी ने सभी प्रधानों से अपील की है कि पहले से रह रहे ग्रामीणों और इन परिवारों के बीच ऐसा समन्वय स्थापित करें जिससे इनके अंदर कोई हीन भावना उत्पन्न ना हो।

रिपोर्ट: मुकेश बछेती

ख़ास बात:

  • पौड़ी लौटे 13000 से ज्यादा प्रवासी
  • प्रशासन कर रहा रहने खाने की व्यवस्था
  • प्रवासियों से हीनता का व्यवहार न करें: ज़िलाधिकारी
  • 14 दिन रहेंगे क्वारन टीन में प्रवासी

पौड़ी: पौड़ी ज़िले में प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। अब तक ज़िले में 13 हजार से अधिक ऐसे प्रवासी अपने गांव लौट चुके हैं, जो नौकरी की तलाश में या नौकरी करने के लिए बाहरी प्रदेशों में गए थे।

ऐसे में पौड़ी जनपद में अब तक दिल्ली, राजस्थान, चंडीगढ़ जैसे ओर प्रदेशों से लोगों आ चुके है, जिनकी व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की जा रही है।

ज़िलाधिकारी धिराज सिंह गब्र्याल ने बताया कि बाहरी प्रदेशों से आने वाले ऐसे लोंगो के लिए ज़िला प्रशासन द्वारा सभी प्रकार की व्यवस्था की गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने सभी ग्रामीणों से अपील की है कि बाहर से आने वाले परिवारों के साथ इस प्रकार का व्यवहार ना करें जिससे ये लोग अपने आप को कुछ अलग महसूस करें। उन्होंने सभी प्रधानों से अपील की है कि प्रधान पहले से रह रहे ग्रामीणों और इन परिवारों के बीच ऐसा समन्वय स्थापित करें जिससे इनके अंदर कोई हीन भावना उत्पन्न ना हो सके।

उन्होंने बताया कि सभी ग्राम प्रधानों को निर्देशित कर दिया गया है कि बाहर से आने वाले इन प्रवासियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसके लिए प्रवासियों को खाने-पीने, रहने में कोई दिक्कत आती है तो ज़िला प्रशासन इसके लिए तत्पर है।

ज़िलाधिकारी ने साफ किया है कि ज़िला प्रशासन द्वारा इनके लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है बशर्ते इन्हें 14 दिन में क्वारंटीन होकर अपने गांव के स्कूलों, मिलन घरों, बरात घरों में रहना होगा।