September 1, 2025

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धर्म संसद प्रकरण: वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई की मांग को लेकर यति नरसिंहानंद का अनशन जारी

वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को छोड़ने की मांग को लेकर स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती गुरुवार की शाम को सर्वानंद घाट पर धरने पर बैठ गए थे और अनशन शुरू कर दिया था।

 

हरिद्वार| उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध मेें गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत एवं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद का अनशन शनिवार को भी जारी रहा। उनका कहना है कि त्यागी के रिहा होने तक वह अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे। इससे पहले शुक्रवार को सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी उनको मनाने के लिए पहुंचे, लेकिन वह नहीं माने।

उत्तरी हरिद्वार के खड़खड़ी में 17 से 19 दिसंबर तक आयोजित धर्मसंसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में गिरफ्तार किए गए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को छोड़ने की मांग को लेकर स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती गुरुवार की शाम को सर्वानंद घाट पर धरने पर बैठ गए थे और अनशन शुरू कर दिया था। शुक्रवार की सुबह दिनभर पुलिस फोर्स धरनास्थल पर डटी रही। वहीं शाम के समय सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश सिंह और सीओ सिटी शेखर सुयाल ने उनसे मुलाकात की।

इस दौरान स्वामी यति नरसिंहानंद ने सिटी मजिस्ट्रेट से कहा कि सबको जेल भेजना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारी अपनी नौकरी बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जब वसीम रिजवी था तब उसको गिरफ्तार नहीं किया गया। जब तक वसीम रिजवी को रिहा नहीं किया जाता तब तक वह अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे।

परीक्षा लेने का दुस्साहस न करे सरकार-
काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि सरकार और पुलिस प्रशासन सनातन धर्मावलंबियों के धैर्य की परीक्षा लेने का दु:साहस करने की भूल न करें। इसी में भलाई है। अन्यथा सनातनियों के कोपभाजन के ज्वालामुखी का क्या भयंकर परिणाम हो सकता है, एक बार इसकी कल्पना कर लें। उन्होंने कहा आत्मरक्षा का अधिकार हर नागरिक को देश का संविधान देता है। जिहादी विचारधारा से पूरा विश्व त्रस्त है। जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने कुछ भी गलत नहीं कहा है, इसलिए सरकार और पुलिस प्रशासन ससम्मान उन्हें अविलंब रिहाकर सनातन धर्मावलंबियों से क्षमा मांगें।

जितेंद्र की रिहाई को अधिवक्ता हुए एकजुट-
वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई के लिए अधिवक्ता एकजुट हुए हैं। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुधीर त्यागी ने कहा कि जितेंद्र त्यागी को तुरंत जमानत मिलनी चाहिए। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सहित अधिवक्ता विजय उपाध्याय, अधिवक्ता राकेश राजपूत, अधिवक्ता अलका मेहता, अधिवक्ता बबली, अधिवक्ता आकाश, अधिवक्ता आलोक राजपूत आदि ने इसका समर्थन किया।

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