September 3, 2025

Newz Studio

सरल और संक्षिप्त

सीएम धामी ने दी भारत रत्न डॉ. एस राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि

राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन (5 सितम्बर) को प्रतिवर्ष 'शिक्षक दिवस' के रूप में मनाया जाता है

देहरादून | मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत के द्वितीय राष्ट्रपति, प्रख्यात शिक्षाविद भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी|

हमारे देश के द्वितीय किंतु अद्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन (5 सितम्बर) को प्रतिवर्ष ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन समस्त देश में भारत सरकार द्वारा श्रेष्ठ शिक्षकों को पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है।

1931 में ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा “सर” की उपाधि प्रदान की गयी थी, लेकिन स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद उसका औचित्य डॉ  राधाकृष्णन के लिये समाप्त हो चुका था। जब वे उपराष्ट्रपति बन गए थे तो स्वतन्त्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद जी ने 1954 में उन्हें उनकी महान दार्शनिक व शैक्षिक उपलब्धियों के लिये देश का सर्वोच्च अलंकरण भारत रत्न प्रदान किया।

डॉ. राधाकृष्णन शिक्षा और शिक्षक जगत के मसीहा थे। उनके विचार थे कि यदि देश का प्रत्येक शिक्षक अपने धर्म का पालन करे तो पूरा देश अशिक्षा और अज्ञान से मुक्त हो जाएगा। शिक्षक अर्थात गुरु का अर्थ है ‘अंधकार दूर करने वाला’। ‘गु’ का अर्थ है ‘अंधकार’ और ‘रु’ का अर्थ है ‘मिटाने वाला’। आदर्श शिक्षक अपने शिष्यों के हृदय में अच्छे संस्कारों और ज्ञान का सृजन करता है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *