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हरिद्वार मे सावन की महाशिवरात्रि पर भक्तो कर रहे अपने आराध्य देव भगवान शिव की पुजा अर्चना

भगवान भोलेनाथ सावन के पूरे महीने अपनी ससुराल कनखल में ही निवास कर यहीं से सृष्टि का संचालन और लोगों का कल्याण करते हैं|

हरिद्वार | सावन मास के त्रियोदशी तिथि को महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है महाशिवरात्रि के दिन भक्त अपने आराध्य देव भगवान शिव की पुजा अर्चना करते हैं और भगवान शिव के मंदिरों में जल चढ़ाकर अपने लिए मनोवांछित फल प्राप्त करते हैं शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को यह दिन सबसे ज्यादा प्रिय होता है, इसलिए इस दिन शिव की भक्ति और उनका जलाभिषेक करने पर शिव की अपार कृपा मिलती है। शास्त्रों के अनुसार यह माना जाता है कि भगवान भोलेनाथ सावन के पूरे महीने अपनी ससुराल कनखल में ही निवास कर यहीं से सृष्टि का संचालन और लोगों का कल्याण करते हैं।

हरिद्वार के शिव मंदिरों में भोलेनाथ शिव का जलाभिषेक करने के लिए श्र द्धालुओं का तांता लगा रहता था। लेकिन इस वर्ष कोरोना के चलते श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी आयी है।भगवान भोलेनाथ की ससुराल कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगा करती थी लेकिन इस वर्ष मंदिर प्रबंधक और पुलिस प्रशासन ने कोरोना को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिसकर्मियों के साथ पीएसी के जवान रात को ही तैनात कर दिए गए। वहीं मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं से कोरोना नियमों के साथ श्रद्धालुओं से जलाभिषेक करने की अपील भी मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ मिलकर पुलिसकर्मी कर रहे है।