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भगवानपुर: प्रवासी लगा रहे सोशल मीडिया पर मदद के लिए गुहार

राज्य से बाहर फंसे प्रवासियों ने व्हाट्सएप, फ़ेसबुक के जरिये अपना दुख बयान करते हुए भगवानपुर व अन्य क्षेत्रों के राजनीतिक दलों से मदद की गुहार लगाई है।

ख़ास बात:

  • विभिन्न प्रदेशों में फंसे हुए हैं उत्तराखंड के प्रवासी 
  • वापस आने को नहीं हैं पैसे, न है खाने को राशन 
  • सोशल मीडिया पर कर रहे मदद कि गुहार 
  • विधान सभा में कांग्रेस ने उठायी प्रवासियों के लिए आवाज़

भगवानपुर: देश में कोरोना काल के चलते हुए लॉक डाउन के कारण कई जगह पर अनेक प्रदेशों के प्रवासी फंसे हुए हैं। इन प्रवासियों को सकुशल अपने राज्यों में पहुंचाने के लिए सरकार और प्रशासन लगे हुए हैं। पर जिस तरह से मजबूर प्रवासियों की स्थिति सोशल मीडिया पर सामने आ रही है, उसे देख कर लगता है कि अभी के इंतज़ाम पर्याप्त नहीं हो पा रहे हैं।

उत्तराखंड के प्रवासियों की भी स्थिति कुछ यही है। फेसबुक और व्हाट्सएप पर प्रवासियों को वापस लाने की ख़बरों से उनको बल तो मिलता है पर भूख और थकान से जूझते ये प्रवासी बिना रोज़गार और पैसों के, मदद की उम्मीद में हर दर खटखटा रहे हैं।

भगवानपुर कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने राज्य से बाहर गये प्रवासियों के लिये विधान सभा मे आवाज उठाई और उनकी घर वापसी को लेकर मुख्यमंत्री से मांग की। उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार उन्हें जल्द वापस नहीं लाती है तो हर जगह धरना प्रदर्शन किया जायेगा।

राज्य से बाहर फंसे प्रवासियों ने व्हाट्सएप, फ़ेसबुक के जरिये अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाने की बात कही है मगर कोई सुनवाई ना होने के कारण उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये अपना दुख बयान करते हुए भगवानपुर व अन्य क्षेत्रों के राजनीतिक दलों से मदद की गुहार लगाई है।

महामारी के चलते उत्तराखंड राज्य सरकार ने फरमान जारी किया हुआ है कि कुछ राज्यों में ट्रेन और बसें चलाई जाएंगी लेकिन अगर प्रमुखता से देखा जाए हरिद्वार के भगवानपुर क्षेत्र के लोग पटना बिहार केरल में जो फंसे हुए हैं उनके उनके पास ना तो आने के लिए पैसे हैं और ना ही खाने के लिए कोई राशन। अब सवाल इसमें यह भी है कि अगर कोई व्यक्ति केरल से पैदल या कमरों से बाहर निकलने की कोशिश करता है और पुलिस प्रशासन से बात करने की कोशिश करता है तो पुलिस उसको डरा धमका कर अभद्रता व्यवहार करती है और उसको वापस कर दिया जाता है। गौरतलब है के जिस तरह से उत्तराखंड राज्य सरकार ने फरमान जारी किया है अगर ठीक उसी तरह से केरल सरकार भी फरमान जारी कर उत्तराखंड वासियों को वहां से आने की अनुमति दे, तो ज़रूर इन प्रवासियों के लिए कुछ राहत होगी।