मदद की गुहार | कोचिंग और पुस्तकालय संचालक झेल रहे आर्थिक दबाव
लॉक डाउन की वजह से आज तमाम कोचिंग और पुस्तकालय संचालक भारी आर्थिक दबाव में है और मानसिक प्रताड़ना से गुजर रहे है।
देहरादून: कोविड-19 और लॉक डाउन के कारण पिछले तीन महीनों से सब कुछ बंद था जिसके कारण सभी तरह के काम काज बंद पड़े हुए हैं और तमाम लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। उत्तराखंड में प्राइवेट कोचिंग और पुस्तकालय संचालकों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तराखंड कोचिंग और पुस्तकालय संगठन ने इसी समस्या के चलते सरकार के सामने अपनी कुछ मांगे रखी है। संगठन का कहना है कि लॉक डाउन की वजह से आज तमाम कोचिंग और पुस्तकालय संचालक भारी आर्थिक दबाव में है और मानसिक प्रताड़ना से गुजर रहे है। संगठन की मांग है कि सरकार द्वारा भवनों के किराए को माफ किया जाना चाहिए और कोचिंग और पुस्तकालय संगठनों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा होनी चाहिए।