योगी के पास 1.54 तो अखिलेश के पास 40.14 करोड़ की संपत्ति
नई दिल्ली| उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 10 फरवरी को पहले चरण की वोटिंग होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर सीट से मैदान में हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव करहल सीट से खड़े हैं। खास बात ये है कि योगी और अखिलेश दोनों ही पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों ने ही अब तक लोकसभा और विधान परिषद का चुनाव लड़ा था।
अखिलेश और योगी आदित्यनाथ दोनों ने ही अपनी-अपनी सीट से पर्चा भर दिया है। दोनों ने हलफनामे में अपनी संपत्ति और क्रिमिनल केस की जानकारी दी है। हलफनामों में योगी ने अपनी संपत्ति 1.54 करोड़ तो अखिलेश ने 40.14 करोड़ रुपए बताई है। वहीं योगी पर एक भी क्रिमिनल केस नहीं है तो अखिलेश पर 3 मामले दर्ज हैं। मुख्यमंत्री रहते योगी आदित्यनाथ की संपत्ति करीब 60 लाख रुपए बढ़ी है।
प्रतिशत के लिहाज से देखें तो 61 फीसदी से ज्यादा संपत्ति बढ़ी है। 2017 में विधान परिषद चुनाव के वक्त योगी ने अपनी संपत्ति 95.98 लाख रुपए बताई थी। वहीं अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक मुख्यमंत्री रहे थे। 2012 में अखिलेश ने विधान परिषद का चुनाव लड़ा था। तब उनकी संपत्ति 8.84 करोड़ रुपए थी। उसके बाद 2019 में उन्होंने आजमगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा। उस समय उन्होंने अपनी संपत्ति 37.78 करोड़ रुपए बताई थी। यानी, 7 साल में उनकी संपत्ति 327 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ी।
योगी आदित्यनाथ ने 2017 में जब हलफनामा दायर किया था, तब उन्होंने अपने ऊपर 3 आपराधिक केस होने की बात कही थी लेकिन अब उनके ऊपर एक भी केस नहीं है। यानी सीएम रहते उनके सारे केस खत्म हो गए। वहीं बात अखिलेश यादव की करें तो 2019 तक उनके खिलाफ एक भी क्रिमिनल केस नहीं था लेकिन कुर्सी से हटते ही उनके ऊपर केस दर्ज हो गए। 2022 में उन्होंने अपने ऊपर 3 क्रिमिनल दर्ज होने की बात कही है।