भारतीय सेना में नौकरी के नाम पर ठगी; फर्जी लेफ्टिनेंट गिरफ्तार
देहरादून| देहरादून को देवभूमि के साथ-साथ सैन्य भूमि भी कहा जाता है, लेकिन इस भूमि पर सेना में भर्ती के नाम पर ठगी भी चल रही है। आलम ये है कि मात्र 6 महीनों में तीन फर्जी आर्मी अफसर देहरादून में गिरफ्तार हो चुके हैं। देहरादून पुलिस और एसटीएफ ने तीन गिरोह का खुलासा किया है जो ऐसे काम को अंजाम दे रहे हैं। शनिवार देर रात को एसटीएफ ने एक फर्जी लेफ्टिनेंट को अरेस्ट कर कई दस्तावेज बरामद किए।
उत्तराखंड के हर परिवार से एक न एक सैनिक देश की सेवा में अपना योगदान दे रहा है, जिस कारण राज्य के युवाओं की पहली पसंद भी आर्मी मानी जाती है। देहरादून में देश के आइएमए से लेकर आर्मी से जुड़े कई सस्थान होने के चलते अब ठगों ने इसका फायदा उठाना भी शुरू कर दिया है। प्रदेश में ऐसा गिरोह अब सक्रिय है जो युवाओं को भर्ती कराने का लालच दे रहा है और उनसे मोटी रकम वसूल रहा है। ये शातिर ठग अपने आप को सेना का अफसर बताते हैं और अपना फर्जी प्रोफाइल ऐसा तैयार करते हैं कि कोई भी धोखा खा सकता है।
देहरादून में ही युवाओं को आर्मी की तैयारी करा रहे रिटायर्ड कैप्टन तेजपाल सिंह नेगी का कहना है कि कोई भी युवा किसी के बहकावे में न आयें, बल्कि मेहनत पर ध्यान दें। क्योंकि मेहनत के बलबूते ही आर्मी में वे भर्ती हो सकते हैं।