पौड़ी: सालों से अधूरे पड़े बोंसाल पुल की नहीं कोई सुध, ग्रामीण बैठे धरने पर
पौड़ी | लम्बे समय से क्षतिग्रस्त लकड़ी के पुल के नव निर्माण व बोंसाल भेटी थैर कल्जीखाल सड़क के डामरी करण के लिए जनपद पौड़ी के विकासखंड कल्जीखाल में धरना दिया गया।
पौड़ी ज़िले के कल्जीखाल विकासखंड के अंतर्गत बोंसाल पुल पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत व पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चन्द्र खंडूरी के ससुराल को जोड़ता है। मगर फिर भी इसका निर्माण अधर में लटका हुआ है। इस पुल का निर्माण लम्बे समय से रुके होने के कारण क्षेत्र में ख़ासा रोष व्याप्त है। इसी के चलते मंगलवार को मंजीत नेगी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इस सन्दर्भ में धरना दिया।
धरना स्थल पर ग्रामीणों ने ‘सड़क-पुल नहीं, तो वोट नहीं’ व ‘उत्तराखंड सरकार होश में आओ, पौडी विधायक होश में आओ’ के नारे लगाकर अपना आक्रोश जताया। इसके साथ ही धरनास्थल पर टैक्सी चालकों ने भी धरने में आवाज़ बुलंद कर अपना सहयोग दिया।
इस दौरान मंजीत नेगी ने कहा कि क्षेत्रीय जनता के हित के लिए पुल का निर्माण और सड़क का डामरीकरण जब तक नहीं होगा, तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार द्वारा अभी तक विकास के नाम पर उनके क्षेत्र में एक पत्थर तक नहीं लगा है।
मुण्डेश्वर मेला समिति के सदस्य मनीष खुगशाल ने कहा कि सरकार का क्षेत्रीय जनता के प्रति ये गैर-जिम्मेदाराना रवैया बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हर बार चुनाव के समय पुल निर्माण का कार्य शुरू किया जाता है और बाद में बन्द हो जाता है। पुल निर्माण होने तक इस प्रकार आंदोलन बार-बार किये जायेंगे।
ये सोचने वाली बात है कि जहाँ बुनियादी सुविधाओं के लिए भी क्षेत्र की जनता को सड़कों पर उतरना पड़ जाए तो यकीनन, विकास की राह तलाशना मुश्किल होगा।