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माह-ए-रमजान, कम आवाज में अदा करनी होगी अज़ान

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इस साल रमज़ान में सोशल डिस्टेनसिंग के साथ ही घरों में ही नमाज़ व इफ्तार करना होगा। बाज़ार, मस्जिदें पहले की तरह ही लॉक डाउन के नियमों के चलते बन्द रहेंगे जिसको लेकर डीजी अशोक कुमार ने सख्त निर्देश दिए हैं।

ख़ास बात:

  • रमजान पर इस साल कोरोना का साया 
  • उत्तराखण्ड पुलिस ने जारी किये दिशा निर्देश
  • घरों में ही करना होगा नमाज़ व इफ्तार 
  • कम आवाज़ में हो सकेगी अज़ान

देहरादून: रमज़ान का पाक महीना शुरू हो रहा है जिसका लोग बड़ी बेसब्री से पूरे साल इंतज़ार करते हैं। माह-ए-रमज़ान में मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी शिद्दत से रोज़े रखते हैं। लेकिन हर साल जहाँ इस की रौनक़देखते बनती है, इस साल ये चमक कोरोना के चलते कुछ फीकी रहेगी।

महामारी के चलते महीने भर से लोग लॉक डाउन के नियमों का पालन कर रहे हैं जिसके चलते इस साल रमज़ान भी घरों की दर-ओ-दीवार के भीतर ही मनाया जायेगा। इस साल रमज़ान में सोशल डिस्टेनसिंग के साथ ही घरों में ही नमाज़ व इफ्तार करना होगा।

बाज़ार, मस्जिदें पहले की तरह ही लॉक डाउन के नियमों के चलते बन्द रहेंगे जिसको लेकर डीजी अशोक कुमार ने सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सुबह और शाम को कम वॉल्यूम पर पर सायरन बजेगा और कम आवाज़ पर अज़ान पढ़ने की अनुमति दी जा सकती है ।