December 21, 2024

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उत्तराखंड में निपाह वायरस को लेकर अलर्ट जारी, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीके

कोरोना वायरस के बाद अब निपाह वायरस खतरे की घंटी बजा रहा है। कोविड को गए ज़्यादा वक्त नहीं हुआ है कि अब एक और खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दी है।
केरल में हंगामा मचा रहे निपाह की वजह से उत्तराखंड में लगा अलर्ट। कोविड को गए ज़्यादा वक्त नहीं हुआ है कि अब एक और खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दी है। कोरोना वायरस के बाद अब निपाह वायरस खतरे की घंटी बजा रहा है। भगवान की दया से उत्तराखंड अब तक इस वायरस से बचा हुआ है मगर केरल में यह वायरस तांडव मचा रहा है। केरल में निपाह वारयस की वजह से दो लोग अपनी जिंदगी गंवा चुके हैं। यह बीमारी आमतौर पर चमगादड़ से फैलता है। सुअरों को भी इसमें वाहक माना जाता है। इस बीमारी को लेकर उत्तराखंड में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। उत्तराखंड सरकार का कहना है कि प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है और इस वायरस से लड़ने के लिए तैयार है। अभी तक केरल में निपाह से दो लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि, निपाह वायरस से 5 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इतना ही नहीं 9 साल के बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। केरल में निपाह वायरस के फैलने की आशंका के बीच केरल सरकार ने 7 गांवों के स्कूल और बैंक को बंद रखने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। केरल में फैले निपाह वायरस को लेकर उत्तराखंड सरकार भी अलर्ट हो गई है। जानकारी के मुताबिक गोवा, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बिहार, तमिलनाडु और पुडुचेरी में संक्रमित चमगादड़ पाए गए हैं। यानी देश के 10 राज्यों में निपाह वायरस दस्तक दे चुका है। ऐसे में देश के सभी राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है, जिसमें उत्तराखंड भी शामिल है।
आप सबके मन में यह डाउट आ रहा होगा कि आखिर यह निपाह वायरस है क्या। तो चलिए आपको बताते हैं कि यह क्या है और इसके क्या लक्षण हैं। सबसे पहली बात तो की यह वायरस भारत में पहली बार नहीं आ रहा है, बल्कि यह पहले भी कई राज्यों में फैल चुका है और कई लोगों की इस वायरस की चपेट में आने से मौत हो गई है। अब एक बार फिर से यह वायरस सक्रिय हो गया है जिसके बाद प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। बता दें कि भारत में निपाह वायरस का पहला मामला साल 2001 में पश्चिम बंगाल से सामने आया था। इसके बाद साल 2018 में केरल में निपाह वायरस के मामले सामने आए। उस दौरान केरल में 16 लोगों की जान गई थी इसके बाद से अभी तक केरल में ही चार बार निपाह वायरस फैल चुका है, जिसके चलते 19 लोगों की मौत हो चुकी है।कोरोना वायरस की तुलना में निपाह वायरस काफी जानलेवा है। निपाह वायरस को लेकर पूरे देश में जो स्थिति बन रही है, उसको लेकर सभी सीएमओ और जिला प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है। निपाह वायरस से संक्रमित मरीज को तेज बुखार, सिरदर्द, पेट दर्द, खांसी, थकान, उल्टी, दस्त, सांस लेने में तकलीफ होती है। इसके अलावा जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होता है। निपाह वायरस की न कोई दवा है और न ही वैक्सीन। ऐसे में सावधानी और साफ़ सफ़ाई से ही निपाह से बचा जा सकता है।