हिमालय से हिन्द महासागर तक का साहसिक साइकिल अभियान
देहरादून | देहरादून से स्पीति घाटी के सफल साइकिल अभियान के बाद एडवेंथ्रिल के संस्थापक विजय प्रताप सिंह एक बार फिर चल पड़े हैं एक और कड़ा साइकिल अभियान फ़तेह करने। देहरादून से शुरू होकर दिल्ली, मथुरा, आगरा, झांसी, सागर, नागपुर, हैदराबाद, बैंगलोर, मदुरई होकर कन्याकुमारी तक के इस साइकिल अभियान का मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं को प्रगतिशील भविष्य के प्रति जागरूक करना है जिसमे आउटडोर एडवेंचर का एक अहम् योगदान है।
आठ अक्टूबर से आरम्भ होकर ये साइकिल अभियान विजय चौबीस अक्टूबर को कन्याकुमारी में समाप्त करेंगे। चौबीस अक्टूबर, दो हज़ार सोलह को ही विजय ने एडवेंथ्रिल की स्थापना की थी और इस वर्ष वो इसी क्रम में ये अभियान करके युवाओं को ये सन्देश देना चाहते हैं की चाहे रास्ते में कितनी भी बाधाएं आएं चाहे लोग कितने भी आपके खिलाफ जाएँ चाहे कोई कुछ भी करे अगर आप अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित हैं तो आपको सफलता से कोई नहीं रोक सकता। विगत पांच वर्षों में एडवेंथ्रिल ने माउंटेनियरिंग, ट्रैकिंग, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी, रॉक क्लाइम्बिंग, साइकिलिंग में काफी कार्य किया है और इसका श्रेय वो नेहरू पर्वतारोहण संस्थान को देते हैं जहाँ से उन्होंने माउंटेनियरिंग तथा एडवेंचर में प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
इस अभियान के बारे में बताते हुए विजय प्रताप सिंह का कहना है कब तक हम स्वयं आने वाली पीड़ी के लिए आदर्श स्ताफित नहीं करेंगे हम कैसे एक आदर्श समाज की परिकल्पना कर सकते हैं आज के समय में बहुत सरे बुद्धिजीवी बात करते है पर्यावरण बचाव की, पेड़ों के कटाव की, या फिर और बहुत सारी अन्य समस्याओं की पर खुद वो एक ऐसे आलिशान ज़िंदगी जीते है चाहे वताकुनुलित घर हों, या गाड़ियां या फिर अन्य सुख सुविधाएं जब तक वो स्वयं एक उदाहरण नहीं बनेंगे ये समाज नहीं बदल सकता इसीलिए जरुरी ये है की जिस चीज़ की वो वकालत करते हैं पहले खुद को उसमे ढालकर दिखाना चाहिए। मुझे उम्मीद है में इस अभियान से देश की आउटडोर एडवेंचर कम्युनिटी को काफी हद तक जोड़ने में सफल रहूँगा जो की हमारे देश, समाज की लिए बहुत आवश्यक है।
विजय प्रताप सिंह ये अभियान एकदम अकेले कर रहे हैं तथा अपने सोशल मीडिया नेटवर्क की माध्यम से वो विभिन्न शहरों की लोगो से अपील कर रहे हैं की लोग अपने अपने शहरों में उनसे मिलकर उसके साथ छोटी दूरी तक साइकिल चला सकते हैं ताकि कम्युनिटी को एकत्रित करने में वो सफल हो सकें।