हरिद्वार: वैदिक रीति-रिवाज़ के साथ हुआ करीब 5000 लावारिस अस्थियां का विसर्जन

हरिद्वार | हरिद्वार के सती घाट पर आज करीब 5000 लावारिस अस्थियों को गंगा जी में विसर्जित किया गया। हर वर्ष देवोत्थान सेवा समिति देशभर के शमशान घाट से लावारिस अस्थियो को लेकर हरिद्वार पहुंचते हैं और उन्हें विधि-विधान के साथ गंगा में विसर्जित कराते हैं।
आज भी समिति के सदस्य करीब 5000 लावारिस अस्थियों को लेकर हरिद्वार के सती घाट पहुंचे, जहां 100 लीटर दूध की धारा के साथ वैदिक रीति-रिवाज से सभी अस्थियों को गंगा जी में विसर्जित किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक विजय कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से देश में बहुत मौतें हुई है कोरोना की वजह से उनके परिजन ना तो मृतक आत्मा के दर्शन कर सके हैं और ना ही उनका अंतिम संस्कार कर पाए हैं ऐसे में संस्था द्वारा अलग-अलग शमशान घाटों से कोरोना से हुई मौत और अन्य लावारिस अस्थियों को इकट्ठा करके आज गंगा जी में पूरे विधि-विधान के साथ विसर्जित किया गया है।