भगवानपुर: टूटी सड़क में विकास तलाशते सिकरोड़ा के ग्रामीण
भगवानपुर: डबल इंजन की कहे जाने वाली सरकार योजनाओं के बड़े-बड़े दावे तो करती है मगर उन तमाम योजनाओं की असलियत धरातल पर आते-आते अपना दम तोड़ देती है। वहीं दूसरी ओर भाजपा सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ का नारा लगाती है लेकिन घाड़ क्षेत्र से कोसों दूर है भाजपा का विकास।
भगवानपुर के सिकरोड़ा में गांव के ग्रामीणों ने एक जुट होकर भारतीय जनता पार्टी व विधायक ममता राकेश के विरुद्ध जमकर नारे बाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि भगवानपुर से सिकरोड़ा वाली सड़क टूटी हुई है जिससे ग्रामीणों को बड़ी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क पर हर बार पीडब्लूडी हमेशा से सिर्फ मरम्मत कर खानापूर्ति कर देता है और फिर रिपेयर होने के कुछ ही दिनों के बाद सड़क फिर टूट जाती है।
वहीं मौजूद इंडियन नेशनल कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष शाजेब राणा ने बताया कि हमारी विधायक ममता राकेश विपक्ष में होते हुए भी घाड़ क्षेत्र के लोगों के लिये रात दिन मेहनत करती हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा गाँवों का विकास हो सके। लेकिन उनका कहना है की अगर वे सरकार को 10 कार्यो की सूची सौंपते हैं तो उन दस कामों में से महज एक या दो ही काम प्रस्तावित हो पाते है।
वही ब्लॉक अध्यक्ष ने ये भी बताया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जीरो डिग्री सेल्सियस की मानिद अपनी कुर्सी पर जमे हुऐ है। अगर देश के प्रधानमंत्री ही उनको कोई गाइडलाइन जारी करे तो वो काम करते है। वहीं जब इस बाबत विधायक ममता राकेश से बात की गई तो उन्होंने सारे आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद मौके पर जा कर अधिकारियों संग निरीक्षण किया और ये सड़क योजना 2015 की स्वीकृत है। इस योजना का काम अकबरपुर कालसो से सिकरोड़ा से होते हुए नागल तक है जिस पर प्रमुखता से कार्य होगा।