बद्रीनाथ की डोली रवाना; 15 मई को खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट
ख़ास बात:
- बद्रीनाथ की डोली रवाना
- 15 मई को खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट
- आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी और गाडू घड़ा पांडुकेश्वर के लिए रवाना
- जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर, नवदुर्गा सहित अन्य मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना
देहरादून: गंगोत्री, यमुनोत्री और बाबा केदार के बाद अब बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तय्यारी ज़ोरों पर है। आने वाली 15 मई को सुबह ब्रह्म-मुहूर्त में बद्रीनाथ के कपाट खुलने हैं।
13 मई बुधवार को जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर, नवदुर्गा सहित अन्य मंदिरों में बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल द्वारा विशेष पूजा अर्चना की गयी। नृसिंह मंदिर में महिलाओं द्वारा भगवान बद्रीनाथ धाम की पुष्प वर्षा के बीच स्तुति की गयी और मंगल गीत गाये गए। इसके साथ ही नृसिंह मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंच पूजा की गई और भगवान बद्री विशाल से देश की खुशहाली समृद्धि सहित पूरे विश्व को कोरोना मुक्त करने की प्राथर्ना भी की गई।
गाडू घड़ा और आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी की पूजा अर्चना के बाद रावल की अगुवाई में आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी और गाडू घड़ा पांडुकेश्वर के लिए रवाना हो गये हैं।14 मई को पांडुकेश्वर से भगवान बद्रीनाथ की उत्सवमूर्ति, उद्धव जी और कुबेर जी की मूर्ति बद्रीनाथ धाम रवाना की जायेगी।
एक बार फिर देखिये बाबा बद्री की डोली की सुन्दर झांकी………।