उत्तराखंड में बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, दो शहरों में मिले पांच नए मरीज

दून के साथ अब हरिद्वार में भी कोरोना संक्रमण के मामले आने लगे हैं। बुधवार को पांच लोग में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें चार मरीज देहरादून के हैं, जबकि एक हरिद्वार निवासी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सभी संक्रमितों की हालत फिलहाल सामान्य है और उन्हें होम आइसोलेशन में हैं। वहीं, हरिद्वार जिले के 69 वर्षीय बुजुर्ग में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इन चार मरीजों की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। जिससे यह आशंका गहराई है कि संक्रमण अब स्थानीय स्तर पर भी फैल रहा है। सीएमओ ने बताया कि संक्रमितों में से तीन सरकारी विभागों में कार्यरत हैं, एक गृहिणी हैं और एक अन्य सामान्य नागरिक हैं। सभी संक्रमितों की हालत स्थिर है और किसी को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। विभाग की टीमें नियमित रूप से संक्रमितों की मानिटरिंग कर रही हैं।
संक्रमण का फैलाव स्थानीय स्तर पर चिंता का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रेवल हिस्ट्री न होने के बावजूद लोगों में संक्रमण मिलना इस बात का संकेत है कि कोरोना वायरस अब स्थानीय स्तर पर भी सक्रिय है। जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग और निगरानी बढ़ा दी है। लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। बुखार, खांसी, गले में खराश या थकान जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें, हाथों की नियमित सफाई करें और भीड़भाड़ से बचें।
दून अस्पताल में कोरोना से निपटने की तैयारियां तेज
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए दून मेडिकल कालेज अस्पताल में माक ड्रिल के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों का परीक्षण किया गया। इसमें आक्सीजन प्लांट, आइसीयू बेड, वेंटिलेटर आदि की कार्यशीलता की जांच की गई।
नोडल अधिकारी डा. कुमार जी कौल ने बताया कि अस्पताल में 40 बेड आरक्षित किए गए हैं, जिनमें 30 वयस्कों के लिए और 10 बच्चों के लिए आरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल स्तर पर सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। इस बीच, प्राचार्य डा. गीता जैन की अध्यक्षता में बुधवार को कोविड कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने डाक्टरों और स्टाफ को सतर्क रहने के निर्देश दिए। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि आक्सीजन, वेंटिलेटर, आइसीयू बेड, एन-95 मास्क और आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों।
डा. जैन ने कहा कि वह स्वयं इन तैयारियों की निगरानी करेंगी और हर बुधवार स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इस दौरान उप चिकित्सा अधीक्षक डा. एनएस बिष्ट आदि उपस्थित रहे।