मोदी के बजट पर उत्तराखंड के सियासी दलों की भी निगाह
उत्तराखंड | सीमित संसाधनों वाला उत्तराखंड राज्य का विकास काफी हद तक केंद्रीय योजनाओं पर निर्भर करता है। सरकार की निगाह नई विकास योजनाओं और चालू योजनाओं में वित्तीय प्रावधान बढ़ने पर होगी। हालांकि भाजपा का चुनाव घोषणापत्र दो फरवरी को आ रहा है, लेकिन पार्टी केंद्रीय बजट से राज्यों को कुछ ऐसा मिलने की उम्मीद कर रही है, जिसका लाभ उत्तराखंड के लोगों को भी होगा। आदर्श चुनाव आचार संहिता के दायरे के बीच केंद्र सरकार ऐसी बजटीय घोषणा को किस चतुराई के साथ कर पाएगी, यह देखना भी दिलचस्प रहेगा। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद अनिल बलूनी कहते हैं, हम चुनाव से बजट को नहीं जोड़ते। हम बजट से देश के आर्थिक सेहत सुधारने के लिए काम करते हैं।
लेकिन सियासी जानकार यह उम्मीद कर रहे हैं कि चुनाव से पहले पेश होने जा रहे केंद्रीय बजट में कुछ ऐसा जरूर होगा, जिसका कुछ न कुछ राजनीतिक लाभ सत्तारुढ़ दल लेने की अवश्य कोशिश करेगा। उधर, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल केंद्रीय बजट को लेकर चौकन्ने हैं। वह यह उम्मीद कर रहे हैं कि मोदी सरकार केंद्रीय बजट में कोई भी ऐसी घोषणा नहीं करेगी, जो पांच राज्यों के चुनाव को प्रभावित करने वाला हो। पार्टी प्रदेश संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी कहते हैं, सभी राजनीतिक दल आदर्श चुनाव आचार संहिता से बंधे हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि केंद्र सरकार आम बजट पेश करते हुए संयम और समझ का परिचय देगी और ऐसा कुछ भी नहीं करेगी, जिससे चुनाव की तटस्थता पर कोई आंच आए।