कोरोना से जुड़े लक्षण स्वस्थ होने के बाद भी प्रभावित कर सकते
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नई दिल्ली | कोरोना से जुड़े बुरे अनुभव समय-समय पर फिर से देखने को मिलने वाले है। जब-जब वायरस के नए वेरिएंट सामने आएंगे।साल की शुरुआत दुनिया ने कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट को देखा है। यह वेरिएंट पूरी दुनिया में कोरोना की एक नई लहर का कारण बना। महामारी को लेकर इनदिनों कई तरह की खबरें और सूचनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन इस बीच कुछ अहम बातें छूट जाती हैं।
दरअसल कोरोना मनुष्य के शरीर के श्वसन तंत्र पर हमला करता है। हालांकि बीमारी के दौरान इसके लक्षणों और इलाज की सब बात करते हैं लेकिन लॉन्ग कोविड या पोस्ट कोविड यानि इस बीमारी से उभरने के बाद के लक्षणों पर कोई चर्चा नहीं होती है। कोरोना से जुड़े लक्षण स्वस्थ होने के बाद भी व्यक्ति को लंबे समय तक प्रभावित कर सकते हैं।
इसकारण जरुरत है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, दुनिया के लोगों को, विशेष रूप से विकासशील देशों की सरकारों को लॉन्ग कोविड से जुड़े प्रभावों के बारे में सूचित करे। इसमें बताया जाए कि कैसे कोरोना का हल्का संक्रमण भी लंबे समय तक व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
अमेरिका में महामारी विशेषज्ञ, मारिया वॉन ने मामले पर संज्ञान लेकर कहा कि, डब्ल्यूएचओ को लॉन्ग कोविड के संबंध में लगातार काम करना होगा। ट्वीट में मारिया ने लिखा कि, इस बारे में हमें लोगों को सूचित करते रहना होगा और हमें पोस्ट कोविड लक्षण के बारे में बेहतर रिसर्च करनी होगी।साथ ही ऐसे लोग जो कोरोना के बाद भी कुछ स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित उनकी अच्छे से काउंसिलिंग की जाए।दरअसल लॉन्ग कोविड लक्षणों का एक ऐसा समूह है जो स्वस्थ होने के बाद भी मानव शरीर को प्रभावित करता है।इसमें थकान, अनिद्रा, सहनशक्ति में कमी, गंध की कमी कुछ जैसे लक्षण शामिल हैं।