डेंगू पर बनायी गयी हवा: त्रिवेंद्र सिंह रावत

देहरादून: उत्तराखंड में डेंगू कि स्थिति पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कुछ ऐसा बोल गए, जिसके बाद उनका विरोधियों के निशाने पर आना तय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू कि वर्तमान स्थिति पर उत्तराखण्ड में हवा बनाई गई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में 6 मौतों में से एक भी मौत सरकारी अस्पताल में नहीं हुई है और निजी अस्पतालों ने इसमें खूब चांदी काटी है।
राज्य में इन दिनों स्वाइन फ्लू दस्तक दे चुका है। शुरुआती दौर में ही स्वाइन फ्लू से अब तक एक व्यक्ति की मौत होने की बात सामने आ रही है। शायद यही कारण है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वाइन फ्लू के शुरुआती चरण पर ही अधिकारियों की बैठक लेकर इसके रोकथाम पर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं। खास बात यह है कि स्वाइन फ्लू को लेकर हुई बैठक पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने स्कूलों में डॉक्टर्स और जिलाधिकारी को स्कूलों में जाने के निर्देश दिए हैं ताकि इसको लेकर जागरूकता फैलाई जा सके।
लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे डॉक्टरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। ऐसे 100 डॉक्टरों को हटाया गया है। जिला अस्पतालों में ICU के काम में तेजी लाई जाए। H1N1 इन्फ्लुएंजा से बचाव के लिए व्यापक तैयारियों व दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने को आदेश दिया है। pic.twitter.com/F2pIUrrT6h
— Trivendra Singh Rawat ( मोदी का परिवार) (@tsrawatbjp) September 25, 2019
इस दौरान मुख्यमंत्री ने डेंगू पर बोलते हुए कहा कि डेंगू पर मीडिया ने हवा बनायी है। जबकि सरकारी अस्पताल में अब तक एक भी मौत नहीं हुई है। डेंगू से हुई 6 मौतों में चार देहरादून के निजी अस्पतालों में, जबकि 2 मौतें हल्द्वानी के निजी अस्पतालों में हुई है। यही नहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि निजी अस्पतालों को इससे खूब फायदा हुआ है। इसमें मामूली से बुखार के लिए लोगों ने हजारों रुपए निजी अस्पतालों में गंवाए हैं।
इसी दौरान देहरादून के सीएमओ डॉ एस के गुप्ता ने कहा कि स्वाइन फ्लू का भी समय से इलाज शुरू करना जरूरी है। वही डेंगू को लेकर डॉ एसके गुप्ता ने कहा कि इस समय डेंगू के फीवर की केस कम हो रहे हैं। बुखार के मरीजों की संख्या अब धीरे-धीरे कम हो रही है।