कभी थे वाजपेयी के निजी सचिव रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का गुजरात से भी रहा है कनेक्शन
नई दिल्ली। देश के नए रेल मंत्री बने अश्विनी वैष्णव आईआईटी कानपुर से पढ़े लिखे हैं और 1994 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उनकी ऑल इंडिया लेवल पर 27वीं रैंक आई थी। इसके बाद उन्होंने ओडिशा के बालासोर और कटक जिले के डीएम के तौर पर काम किया था। यही नहीं उन्होंने पेनसिलवानिया यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री भी हासिल की है। उनके मंत्री बनने के बाद से ही उनकी शिक्षा और डिग्रियों के बारे में चर्चा हो रही है, लेकिन एक सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर अचानक उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी क्यों दी गई और कैसे वह पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी लीडरशिप के इतने करीब रहे हैं।
अश्विनी वैष्णव 1994 बैच के आईएएस अधिकारी थे और उसके बाद 2003 तक उन्होंने ओडिशा में ही काम किया। इसके बाद उन्हें पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के ऑफिस में डिप्टी सेक्रेटरी की जिम्मेदारी दी गई थी। यहां उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का खाका तैयार किया था। इसके बाद जब अटल जी की सरकार चली गई, तब वैष्णव उनके निजी सचिव के तौर पर काम देखने लगे थे। फिर 2006 में उन्हें मोरमुगाओ पोर्ट ट्रस्ट के डिप्टी चेयरमैन के तौर पर काम दिया गया था।
कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले अनिल वैष्णव ने गुरुवार सुबह ही रेल मंत्री के तौर पर पदभार संभाल लिया। चार्ज लेने के बाद वैष्णव ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का विजन रहा है कि रेलवे के जरिए आम लोगों की जिंदगी में बदलाव लाया जाए। इससे आम आदमी, किसान, गरीब सभी को फायदा मिलना चाहिए। मैं उनके विजन को पूरा करने के लिए काम करूंगा।