कहर बनकर टूटी है कोरोना की दूसरी लहर
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के मामले में बीता सप्ताह सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हुआ। रविवार को एक दिन में मिलने वाले कोरोना के नए संक्रमितों की संख्या ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए।
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक देश में एक दिन के अंदर 1,69,899 नए संक्रमित मिले, जो महामारी के बाद से अब तक एक दिन में संक्रमितों की सर्वाधिक संख्या है। इस दौरान 904 और कोरोना मरीजों की मौत हो गई।
बीते सप्ताह के सात में से छह दिनों में रोजाना संक्रमण के एक लाख से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए। संक्रमण का ट्रेंड बताता है कि न सिर्फ रोजाना संक्रमण के मामलों में तेजी आई, बल्कि रोजाना ठीक होने वाले मरीजों की संख्या घट जाने से देश की चिंता बढ़ गई।
देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या अब तक के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई है। राहत की बात यह रही कि कोरोना जांचें और रोजाना टीकाकरण में तेजी आई जो संक्रमण से लड़ने के लिए बेहद जरूरी है।
देश में पिछले सप्ताह हर दिन औसत 1,24,476 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए जबकि पहली लहर के दौरान अधिकतम 97 हजार से कुछ अधिक मामले ही एक दिन के भीतर दर्ज किए गए थे।
पिछले रविवार यानी 5 अप्रैल को देश में पहली बार 24 घंटों में एक लाख से कुछ अधिक केस दर्ज किए गए थे। जिसके बाद बीते रविवार यानी 11 अप्रैल की सुबह आठ बजे तक 24 घंटों में 1.52 लाख नए केस आए।
इस सप्ताह के सात दिनों में से छह दिनों में रोजाना एक लाख से ज्यादा संख्या में नए केस दर्ज हुए जो भारत में अब तक का सर्वाधिक है। इस समय देश में संक्रमण के कुल मामलों के दोगुने होने की अवधि 60.2 दिन और मौतों के मामलों के दोगुने होने की अवधि 139.5 दिन है। 5 अप्रैल को सरकार ने आठ लाख नमूने ही जांचें, जिसके बाद इसमें लगातार तेजी आई। छह, सात और आठ अप्रैल को 12-12 लाख नमूने जांचे गए।
फिर नौ अप्रैल को 13 व 10 अप्रैल को 11 लाख नमूने जांचें गए। बीते रविवार को एक दिन के भीतर 14 लाख से कुछ अधिक नमूनों की जांच की गई। इसी तरह, पिछले एक सप्ताह के दौरान रोजाना टीकाकरण 30 लाख से लेकर 40 लाख के बीच हुआ।