हरिद्वार | प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नोटिस पर साधु-संतों का विरोध
हरिद्वार | धर्मनगरी हरिद्वार के कई आश्रम, मठ मंदिरों और धर्मशालाओं को उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा एसटीपी लगाने का नोटिस जारी किया गया है। नोटिस के विरोध में हरिद्वार के प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में साधु-संतो की बैठक की गई।
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इस बैठक में कई साधु-संत, धर्मशाला संचालकों के साथ ही शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक भी शामिल हुए। इस दौरान साधु-संतों ने मंत्री मदन कौशिक के सामने अपनी समस्याओं से अवगत कराया और कहा कि जब वो सीवेज टैक्स दे रहे है तो फिर उन्हें अलग से एसटीपी लगाने का नोटिस देना अनुचित है। साधु-संतों की माँग पर मंत्री मदन कौशिक ने आश्वासन दिया कि उन्हें किसी तरह का कोई टैक्स नहीं देना होगा।
हरिद्वार: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी नोटिस पर बिफरे साधु-संत
उन्होंने कहा कि सभी आश्रम, मठ-मंदिरों और धर्मशालाओं को अब सिर्फ एक निःशुल्क रजिस्ट्रेशन कराना होगा जिसके बाद उन्हें साल 2036 तक किसी भी प्रकार का टैक्स नही देना होगा। इस रजिस्ट्रेशन के लिए उन्हें किसी कार्यालय का चक्कर भी नहीं काटना पड़ेगा, इसके लिए अधिकारी खुद उनके पास आएंगे। मंत्री मदन कौशिक के इस आश्वासन के बाद साधु-संतों ने उनका आभार व्यक्त किया और उन्हें दिए जाने वाले व्यावसायिक बिजली के बिलों को घरेलू बिल में बदलने की माँग भी की।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नोटिस पर संतों के सामने झुकी सरकार