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उत्तराखंड में 92 करोड़ का घोटाला, अब तक 15 केस-20 गिरफ्तारियां; CM Dhami ने की सीबीआई जांच की सिफारिश

द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिप्ट कोआपरेटिव सोसाइटी (एलयूसीसी) ने उत्तराखंड में 92 करोड़ रुपये का घोटाला किया। सोसाइटी ने उत्तराखंड में 35 शाखाएं खोलकर निवेशकों को चार से पांच साल में रकम दोगुना करने लालच देकर फरार हो गए। इस मामले में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 15 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसमें 20 आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। प्रकरण की गंभीरता व उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में मुकदमे दर्ज होने के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं प्रकरणों का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने शासन व पुलिस के अधिकारियों से पूरी जानकारी लेकर प्रकरण में निवेशकों व पीड़ितों को न्याय दिलाने व मामले की गहन जांच कराने के मद्देनजर सोसाइटी के विरुद्ध दर्ज सभी मुकदमों की जांच सीबीआइ से कराने के लिए केंद्र सरकार में विभिन्न स्तरों पर स्वयं वार्ता की। सभी प्रकरणों की जांच सीबीआइ से कराए जाने के लिए उत्तराखंड शासन की ओर से गृह मंत्रालय भारत सरकार को पत्राचार किया है।
पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप ने बताया कि उत्तराखंड में एलयूसीसी के तत्कालीन निदेशक मानवेंद्र द्विवेदी ने केंद्रीय रजिस्ट्रार आफ कोआपरेटिव सोसाइटी से बिना अनुमति के विभिन्न स्थानों पर अपनी 35 शाखाएं खोली थी। उत्तराखंड में खोली गई शाखाओं में हजारों निवेशकों ने रकम जमा की। कुछ समय बाद निवेशकों की ओर से शिकायत की गई कि कंपनी की ओर से उनकी धनराशि की मिच्योरिटी होने पर भी वापस नहीं की गई और समिति के प्रबंधक फरार हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न शिकायतों पर उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में सहकारी समिति के विरुद्ध 15 मुकदमे दर्ज किए गए। इनमें 20 आरोपितों को नामजद किया गया। विवेचना के दौरान सामने आया कि सोसाइटी के विरुद्ध उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश में भी पांच मुकदमे दर्ज हैं। सोसाइटी की स्थापना समीर अग्रवाल ने की थी। आरोपित ने कुल छह सोसाइटी बनाई जिनमें एलयूसीसी का कार्यक्षेत्र उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व हरियाणा, एलजेसीसी का कार्यक्षेत्र मध्य प्रदेश, एसएसवी का महाराष्ट्र, एसएस का गुजरात व राजस्थान, फोन ह्यूमन का बिहार हरियाणा और विश्वास का कार्यक्षेत्र पंजाब में है।
उत्तराखंड में सोसाइटी का संचालन उर्मिला बिष्ट एवं जगमोहन बिष्ट ने किया। अब तक इस मामले में पुलिस 12 आरोपितों को गिरफ्तार व बी वारंट पर तलब कर चुकी है जबकि समीर अग्रवाल दुबई में बैठा है।