उत्तराखण्ड से होगी विदा 303 रायफल
देहरादून: दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान रखने वाली थ्री नॉट थ्री राइफल को अभी तक उत्तराखण्ड पुलिस उपयोग में ला रही थी। लेकिन अब जल्द ही यह रिटायर होने जा रही है ।
पहला विश्व युद्ध हो या फिर दूसरा विश्व युद्ध या 1962 और 1971 का भारत पाकिस्तान युद्ध – इन सब में एक बात समान थी और वो थी थ्री नॉट थ्री रायफल का इस्तेमाल ।
वर्ष 1880 – ब्रिटिश आर्मी के पास यह रायफल सबसे पहले आई । इसके बाद ब्रिटिश सरकार इसे भारत में भी लेकर आई और तबसे आज तक यह इस्तेमाल की जा रही है । अभी तक कई राज्यों की पुलिस इसे इस्तेमाल करती आई है तो कई राज्यों ने इसे रिटायरमेंट दे दिया है । एक वक्त जहां भारतीय सेना इस रायफल का इस्तेमाल करती थी वहीं हाईटेक हथियार आने के बाद इनका इस्तेमाल पुलिस बल करने लगे। और इसी के चलते उत्तराखण्ड पुलिस भी पिछले कई सालों से इसका इस्तेमाल करती आ रही है । लेकिन अब जल्द ही यह रायफल उत्तराखण्ड में भी रिटायरमेंट लेने जा रही है।
थ्री नॉट थ्री रायफल के बाहर होने के बाद उसकी जगह इंसास और सिटी पुलिस को रिवॉल्वर और पिस्टल दिए जाएंगे, जो आधुनिक और सुविधाजनक हैं। पुलिस मुख्यालय ने इस बाबत पांच पुलिस अधिकारियों की समिति गठित की है जो इस राइफल के रिटायर्मेंट का खाका तैयार कर रही है ।
वक्त के साथ बदलाव होना जरूरी है । आये दिन अपराधियों के पास हाईटेक हथियार मिलते हैं और पुलिस आज भी थ्री नॉट थ्री राइफल से ही काम चला रही थी । लेकिन अब पुलिस भी हाईटेक होने जा रही है । जिसके लिए पुलिस के कंधों से थ्री नॉट थ्री का लम्बा सफरनामा भी खत्म हो जायेगा ।