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सड़क हादसे घटाने में खर्च होंगे 14,000 करोड़ : गडकरी

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सर्वाधिक दुर्घटना स्थल ब्लैक स्पॉट को ठीक करने में सांसदों- विधियकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

नई दिल्ली । सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सर्वाधिक दुर्घटना स्थल ब्लैक स्पॉट को ठीक करने में सांसदों- विधियकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों के ब्लॉक स्पॉट ढूढ़ने व ठीक कराने में सरकार का सहयोग करेंगे। इससे आमजन में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता पैदा होगी। ब्लैक स्पॉट ठीक कराने की योजना में सरकार 14 हजार करोड़ खर्च करेगी। ताकि अगले पांच साल में सड़क दुर्घटनाओं व मृ़तकों की संख्या में 50 फीसदी कम करने का लक्ष्य हासिल कर सकेंगे।

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गडकरी ने कहा कि 20 व 25 जनवरी को सभी जिलों में सांसद-विधायक वॉकथॉन करेगे। जनसमूहों को सड़क सुरक्षा का महत्व व यातायात कानून के प्रति जागरुक करेंगे। वॉकथॉन में डाक्टर, पुलिस अधिकारी आदि शामिल होंगे। बगैर जनसहभागिता के सड़क हादसो में कमी बड़ी चुनौती है। एक माह चलने वाली सड़क सुरक्षा रस्मी बनने के बजाए इसे मिशन के रूप में अपनाया जाएगा। इसके अलावा देशभर के राष्ट्रीय राजमागोर्क के ब्लैक स्पॉट को मिशन मोड में समाप्त किया जाएगा। वल्र्ड बैंक व एशिया बैंक से सात-सात हजार करोड़ रुपये अनुदान में मिले हैं। भारत ने 2030 तक सड़क हादसों लगभग पांच लाख और मृतक डेढ़ लाख की संख्या में 50 फीसदी कमी करने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन सरकार इतना इंतजार नहीं करेगी। जब तक सात से आठ लाख निर्दोष लोगों की जान चली जाएगी। इसलिए इस लक्ष्य को 2025 तक पूरा करना होगा।

वर्तमान में देश में हर रोज 415 लोगों की हादसो में मौत हो रही है। इस दिशा में तलिनाडु सरकार ने हादसों व मृतको की संख्या में 53 फीसदी कमी लाने में सफलता प्रदान की है। इसके लिए राज्य सरकारों को प्रथम पुरस्कार दिया गया है। सड़क सुरक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले एनजीओ, संस्थान व व्यक्ति लोगों (अच्छे शहरी) को पांच लाख का अधिकतम पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र दिया गया है। गडकरी ने कहा कि दिसंबर 2019 तक मंत्रालय ने 30 किलोमीटर प्रतिदिन सड़क निर्माण का रिकार्ड बना लिया है। आगामी मार्च यानी वित्तीय वर्ष समाप्त होने तक देश में 40 किलोमीटर प्रतिदिन सड़कों का निर्माण होगा।

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नितिन गडकरी ने कहा कि निजी क्षेत्र के ऊबर व लेंसकार्ट ने दृष्टिदोष से होने वाले सड़क हादसों को रोकने का बीड़ा उठाया है। इसके तहत व्यवसायिक वाहनो के ड्राइवरों की आंख की जांच, सस्ती दरों पर चश्मे व पढ़ने वाले चश्मे प्रदान करेंगे। एक माह तक सड़क सुरक्षा संबंधी वीडियों के माध्य से उक्त ड्राइवरों को जागरुक करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सड़क सुरक्षा सतत चलने वाली प्रक्रिया है। हादसों में एक मौत होने पर सिर्फ एक व्यक्ति की जान जाने व परिवार की क्षति नहीं है। बल्कि सालाना होने वाले हादसों से हर साल जीडीपी का तीन फीसदी नुकसान होता है। इससे देश की अर्थ व्यवस्था को भारी नुकसान होता है।