पहाड़ पर हाल बुरा: नहीं आती सामान्य बीमारी में भी एम्बुलेंस
ख़ास बात:
- पहाड़ों में 108 सेवा से लोग परेशान
- संपर्क करने पर भी नहीं आती एम्बुलेंस
- मुख्या चिकित्सा अधिकारी ने दिया आश्वासन
- कोरोना से न डरें 108 वाहन चालक
पौड़ी: कोरोना महामारी के दौर में आज प्रत्येक व्यक्ति अपने स्तर पर इस महामारी से लड़ने के लिए आगे आ रहा है, वहीं दूसरी और पहाड़ों में जीवनदायिनी कही जाने वाली 108 सेवा अपनी जिम्मेदारियों से भागती दिखाई दे रही है।
दरअसल पहाड़ी क्षेत्रों से लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं कि 108 सेवा को कॉल करने के बाद भी लोगों को सुविधाएं प्राप्त नहीं हो पा रही हैं, जिससे जरूरतमंद व्यक्ति के सामने परेशानियां पैदा हो रही हैं।
जनपद पौड़ी के ग्रामीण इलाकों से लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं कि 108 सेवा को स्वास्थ्य खराब होने के बाद कॉल की जा रही है लेकिन वाहन चालक की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया जा रहा है। क्षेत्रीय ग्रामीण अंकित सुन्द्रियाल ने बताया कि उनके गांव से लगातार सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं कि सामान्य बीमारी के लिए जब 108 को बुलाया जाता है तो 108 सेवा की ओर से कोई संतोषजनक जवाब प्राप्त नहीं होता।
उन्होंने सरकार से मांग की है पहाड़ों में जीवनदायिनी कही जाने वाली 108 सेवा को जल्द निर्देशित किया जाए ताकि स्वास्थ्य संबंधित कोई दुर्घटना न घटे। इस सन्दर्भ में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज बहुखंड़ी ने बताया कि लगातार शिकायत प्राप्त हो रही है कि 108 वाहन चालकों की ओर से ग्रामीणों को अस्पताल तक नहीं ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने वाहन चालकों को निर्देशित किया है कि वे कोरोना संक्रमण के चलते अपनी ड्यूटी करने से न डरें और यथावत सेवा चालू रखें। कोरोना संक्रमण वाले मरीजों के लिए अलग से 108 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है अतः वाहन चालक बिना डरे सामान्य बीमारी से ग्रसित लोगों को अस्पताल लाने और ले जाने का कार्य करें।